विस्फोट का रीक्रिएशन कर आरोपियों को लिया रिमांड पर

विस्फोट के बाद कर्मचारी राजा चौधरी के शव को गोदाम संचालक एक घंटे तक लेकर घूमते रहे

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-19 17:28 GMT

डिजिटल डेस्क जबलपुर। अधारताल थाना क्षेत्र िस्थत सूर्या बायोटेक प्रोडक्ट्स में गुरुवार को हुए विस्फोट के बाद शुक्रवार को स्क्रैप गोदाम संचालक कपिल जैन एवं सलिल जैन को पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किया गया। जहाँ से उन्हें शनिवार तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। इस बीच घटना का पुलिस टीम ने रीक्रिएशन भी किया ताकि इस मामले की तह तक पहँुचा जा सके। वहीं अब तक हुई जाँच में यह भी नहीं सामने आया है िक विस्फोट के बाद कर्मचारी राजा चौधरी के शव को गोदाम संचालक एक घंटे तक लेकर कहाँ घूमते रहे। गौरतलब है कि गुरुवार की सुबह सूर्या बायोटेक प्रोडक्ट्स में चाँदमारी तलैया घमापुर निवासी राजा चौधरी सहित अन्य कर्मचारी कार्य कर रहे थे। तभी सुबह करीब 10 बजे यहाँ विस्फोट हो गया। जिसकी चपेट में आने से राजा की मौत हो गई थी। उक्त घटना के दो घंटे पश्चात संचालकों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इस मामले में पुलिस ने संचालक कपिल जैन व सलिल जैन पर गैर-इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया। इस बीच राजा के शव का मेडिकल कॉलेज में पीएम कराया गया। वहीं परिजनों द्वारा शुक्रवार की सुबह उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस मामले में राजा के पिता गेंदालाल की रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज की गई है।

पुलिस द्वारा किया जाएगा वाहन जब्त

बताया जाता है िक गोदाम में विस्फोट के बाद संचालक जिस वाहन में राजा को लेकर रवाना हुए थे उसका भी जोरशोर से पुलिस द्वारा पता लगाया जा रहा है। जैसे ही वह वाहन मिलेगा तो उसे जब्त किया जाएगा। वहीं पुलिस ने यहाँ लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जाँच शुरू की है ताकि यह पता चल सके कि आखिर राजा को लेकर आरोपी अस्पताल नहीं गए तो वे लोग कहाँ पहँुचे थे। गोदाम ले जाया गया दोनों आरोपियों को इस बीच पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों को स्क्रैप गोदाम ले जाया गया। जहाँ विस्फोट के बाद सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने से लेकर राजा को ले जाने तक का रीक्रिएशन हुआ। विस्फोट के बाद संचालकों ने फुटेज डिलीट किए थे और डीवीआर को पुलिस ने जब्त किया है। अब डीवीआर को ईएफएसएल के लिए भेजा जा रहा है। वहाँ डिलीट फुटेज रिकवर हो सकेंगे। माना जा रहा है कि मामले में पुलिस साक्ष्य छिपाने की धाराएँ भी बढ़ा सकती है। पुलिस के अनुसार जाँच के दौरान यह बात स्पष्ट हो गई है कि संचालकों द्वारा श्रमिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी तरह के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे।

आर्यन इंडस्ट्री से खरीदा था स्क्रैप

इधर जाँच में यह भी पता चला है कि सीओडी से एम्युनिशन के बॉक्स रायपुर की आर्यन इंडस्ट्री ने खरीदे थे। जिसके बाद उन्होंने यह माल इन्हें पलटाया था। मामले में आर्यन इंडस्ट्री के संचालकों और उनकी तरफ से एम्युनिशन बॉक्स खरीदने आए कर्मचारियों से भी पूछताछ की जाएगी। वहीं पुलिस ने उद्योग विभाग से भी सूर्या बायोटेक प्रोडक्ट्स की सभी जानकारियाँ माँगी हैं। यह पूछा गया है कि उक्त जमीन उन्हें कब और किस कार्य के लिए आवंटित की गई। यह भी जानकारी माँगी गई है कि नियमित रूप से उनके द्वारा नियमों का पालन किया जा रहा था कि नहीं।  

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