नौकरी लगवाने और धन का लालच देकर कराई तंत्र पूजा, 35 लाख ठगे
आरोपी ठग बंगाली बाबा को अधारताल पुलिस ने दबोचा
डिजिटल डेस्क,जबलपुर|
बेलबाग थाना क्षेत्र में रहने वाले बाबा बंगाली जादूगर की ठगी का शिकार हुए एक बेरोजगार युवक की शिकायत पर अधारताल पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसके द्वारा करीब 35 लाख की धोखाधड़ी उजागर हुई है। पुलिस ने उसकी पत्नी नफीसा बानो को भी आरोपी बनाया है, जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस के अनुसार न्यू कंचनपुर शारदा काॅलोनी निवासी लियो प्रदीप ने दी शिकायत में बताया कि वह नगर निगम में ठेकेदारी करता था। कामकाज ठीक नहीं चलने की बात उसने अपने साथी पिपरिया निवासी सुरेंद्र साहू को बताई। सुरेंद्र ने उसकी मुलाकात बाबा बंगाली जावेद अली उर्फ जय कोष्टा से कराई। बाबा ने उसे झाँसा दिया कि उसकी रेलवे के आला अधिकारियों से अच्छी जान-पहचान है और वह उसकी नौकरी लगवा देगा। उसके झाँसे में आकर प्रदीप ने बाबा को 5 लाख रुपए दिए लेकिन उसकी नौकरी नहीं लगी। इसके बाद बाबा ने उसे डराते हुए लाखों रुपए ऐंठ लिए।
तंत्र पूजा के नाम पर ले लिए सात लाख
रुपए देने के बाद 3 माह तक नौकरी नहीं लगने पर प्रार्थी द्वारा बाबा से कारण पूछा गया तो बाबा ने घर में मौत का डर दिखाते हुए कहा कि उसकी ग्रह दशा ठीक नहीं है। उसके लिए तंत्र पूजा करनी होगी। पूजा के नाम पर जून 2020 में बाबा ने उससे 7 लाख रुपए ऐंठ लिए। रकम मिलने के बाद वह बाबा उसके घर 8 महिलाओं के अलावा शादाब, संजू रजक, शुभम सोनी, अंकित चतुर्वेदी, मनोज आदि को लेकर पहुँचा और पूजा करने 4 लाख 90 हजार रुपए व पूजा करने के बाद 2 लाख 20 हजार रुपए, इस तरह करीब 35 लाख रुपए ऐंठ लिए।
थमा दिया फर्जी नियुक्ति-पत्र
रकम लेने के बाद आरोपी बाबा ने प्रदीप से कहा कि अभी रेलवे में उसकी प्राइवेट नौकरी लगी है। कुछ दिनों में उसे पक्के में करा देगा। उसके बाद उसे फर्जी नियुक्ति-पत्र थमा दिया। प्रार्थी जब डीआरएम कार्यालय पहुँचा तो उसे धोखाधड़ी का पता चला।
रकम वापसी के नाम पर लोन चुकता करवाया
प्रार्थी ने बताया कि नौकरी नहीं लगने पर जब उसने बाबा से रकम वापस माँगी तो पहले तो बाबा ने आनाकानी की फिर कहा कि उसकी पत्नी नफीसा के नाम पर एक मकान है। उस पर साढ़े 6 लाख का लोन बाकी है। वह बैंक का लोन चुकता कर दे तो उस मकान की रजिस्ट्री उसके नाम पर करवा देगा। बाबा के झाँसे में आकर उसने बैंक लोन चुकता कर दिया लेकिन बाबा ने मकान की रजिस्ट्री उसके नाम पर नहीं की।