लूट करने कार में फेंका था पत्थर, रिटायर्ड नर्स की हो गयी थी मौत
घमापुर जीसीएफ केंद्रीय विद्यालय के पास हुई वारदात के आरोपी गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क जबलपुर। घमापुर थाना क्षेत्र स्थित जीसीएफ केंद्रीय विद्यालय नंबर-1 के पास विगत 13 जुलाई की रात बदमाशों ने एक चलती हुई कार पर पत्थर फेंका था। पत्थर लगने से कार में पीछे वाली सीट पर बैठी 65 वर्षीय महिला श्रीमती विराक मणि दुबे रिटायर्ड नर्स गंभीर रूप से घायल हो गयी थीं जिसके चलते उनकी मौत हो गयी। इस मामले में पुलिस ने वारदात करने वाले एक नाबालिग सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने लूट के इरादे से वारदात करना कबूल किया है। ज्ञात हो कि ग्वारीघाट दुर्गा नगर निवासी श्रीमती विराक मणि दुबे शासकीय अस्पताल में नर्स थीं। वे 2020 में रिटायर्ड हुई थीं। उनके पति रविकांत की मौत हो चुकी थी और उनकी कोई संतान नहीं थी। उनका भतीजा दीपांशु उनके साथ रहता था। 13 जुलाई को वे अपनी नैनो कार क्रमांक एमपी 49 सी 2447 से डिंडौरी गयी थीं। डिंडौरी से लौटते समय रात साढ़े 3 बजे के करीब जीसीएफ केंद्रीय विद्यालय क्रमांक एक के पास बाइक सवारों ने उनकी कार पर पत्थर मारा, जिसमें श्रीमती दुबे के सिर में गंभीर चोट आने से उनकी मौत हो गयी थी। सीसीटीवी कैमरे से पकड़े गए आरोपी मामले की जाँच करते हुए पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खँगाले, जिसमें बाइक क्रमांक एमपी 20 एनएल 1599 एवं मोपेड क्रमांक एमपी 20 जेडडी 5490 पर सवार चार युवकों की पहचान की गयी थी। वाहनों के नंबरों के आधार पर पुलिस ने रांझी नरसिंह नगर निवासी प्रिंस कुशवाहा, रितिक घारू, मानेगाँव चंपा नगर निवासी अभिषेक दत्ता और एक 17 वर्षीय किशोर को पकड़ा। पूछताछ में आरोपियों ने लूट के इरादे से वारदात करना कबूल किया है। एक लुटेरे ने खोली लूट की कहानी
पुलिस के अनुसार संदेह के आधार पर पुलिस ने रांझी नरसिंह नगर निवासी प्रिंस कुशवाहा को पकड़कर सघन पूछताछ की, जिसमें उसने लूट की कहानी उजागर कर दी। पूछताछ में उसने बताया कि वारदात के बाद पकड़े जाने के डर से सभी अपने-अपने घरों में छिप गए थे। उसकी निशानदेही पर उसके साथियों को पकड़ा गया जिन्होंने बताया कि वे अलग-अलग स्थानों पर काम करते हैं और नशे की लत के चलते वारदात की योजना बनाई थी। वारदात के पहले सभी आरोपी ग्वारीघाट गए थे वहाँ पर नशा करने के बाद वारदात के लिए निकले थे।