स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने बीमित को कहा घर पर हो सकता था इलाज
अस्पताल में उपचार कराने पर कर दिया क्लेम रिजेक्ट
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
क्लेम न देना पड़े इसके लिए बीमा कंपनियाँ अपने हिसाब से पॉलिसी के नियम बनाती हैं और बीमित को जब जरूरत होती है तो उन्हें मानने से मना कर देती हैं। पीड़ित सारे दस्तावेज देता भी है तो जिम्मेदार उसमें गोलमाल कर कमिया निकालने लगते हैं। यही नहीं बाद में नो क्लेम का लेटर भेजकर बीमा कंपनी चुप्पी साध लेती है। ऐसी ही शिकायत हरियाणा महोली तहसील हसनपुर जिला पलवल निवासी दिनेश कुमार ने की है। उन्होंने बताया कि स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी से स्वास्थ्य बीमा लिया हुआ है। वे प्रतिवर्ष प्रीमियम भी जमा करते आ रहे हैं। पॉलिसी क्रमांक पी/161216/01/2023/003297 का कैशलेस कार्ड भी मिला हुआ है। उनकी बेटी बबली का जून 2023 में अचानक स्वास्थ्य खराब हो गया। इलाज के दौरान बीमा कंपनी को कैशलेस के लिए मेल किया तो क्लेम डिपार्टमेंट ने रिजेक्ट कर दिया। पीड़ित को अपने खर्च पर पूरा इलाज कराना पड़ा। ठीक होने के बाद बीमित ने सारे दस्तावेज बीमा कंपनी में जमा किए और बीमा अधिकारियों ने जल्द क्लेम देने का वादा किया। अचानक बीमा अधिकारियों ने क्वेरी निकालना शुरू कर दिया और उसके बाद यह कहते हुए नो क्लेम कर दिया की आपको घर पर इलाज कराना था। अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत ही नहीं थी। पीड़ित का आरोप है कि उसके साथ गोलमाल किया गया है।
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