जबलपुर: मौसमी बीमारियों ने बढ़ाए मरीज, ठंड देकर आ रहा तेज बुखार
- सेहत पर संकट: मच्छरजनित रोगों का बढ़ा खतरा, डेंगू-मलेरिया के लक्षणों वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी
- जानकारी के अनुसार अस्पतालों में गेस्ट्रोएंटेराइटिस यानी पेट के फ्लू के मरीज भी पहुँच रहे हैं।
- मौसम में बदलाव से वायरल फीवर का भी खतरा बढ़ रहा है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर के सरकारी अस्पतालों में मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा देखने मिल रहा है। हर दिन ठंड लगकर बुखार आने के मरीज पहुँच रहे हैं।
मौसम में बदलाव से वायरल फीवर का भी खतरा बढ़ रहा है। दरअसल, पिछले एक सप्ताह से अचानक बारिश और इसके बाद बढ़ी गर्मी ने लोगों के स्वास्थ्य को ज्यादा प्रभावित किया है। घर-घर में ऐसेे मरीज हैं, जिन्हें ठंड लगकर बुखार आ रहा है। कुछ मामलों में तो यह बुखार 10 दिन में भी नहीं उतर पा रहा है।
ऐसे भी मामले हैं जिनमें प्लेटलेट्स भी कम हो रही है, लेकिन डेंगू और मलेरिया की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। इसलिए डॉक्टर्स की चिंता और भी बढ़ रही है, क्योंकि उनके सामने समस्या यह है कि जो मरीज आ रहे हैं उनका डेंगू का इलाज करें या मलेरिया का या सामान्य बुखार का इलाज किया जाए।
ज्यादा बीमार मरीजों को अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में भर्ती किया जा रहा है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल विक्टोरिया समेत अन्य अस्पतालों में फिलहाल यही स्थिति है। संक्रामक बीमारियों को देखते हुए सभी जगह व्यवस्थाएँ दुरुस्त रखी जा रही हैं।
पेट के फ्लू के मरीज भी
जानकारी के अनुसार अस्पतालों में गेस्ट्रोएंटेराइटिस यानी पेट के फ्लू के मरीज भी पहुँच रहे हैं। इस बीमारी में पेट और आंतों मंे सूजन आने लगती है, जिस कारण दस्त, उल्टी और पेट दर्द होने लगता है। खासकर मौसम में बदलाव के कारण इस तरह का समस्याएँ लोगों में बहुत बढ़ जाती हैं।
एलाइजा टेस्ट के लिए सैंपल भेजने के निर्देश
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राकेश पहारिया ने बताया कि कुछ मामलों में निजी अस्पतालों में रैपिड किट टेस्ट में डेंगू पॉजिटिव मिले मरीजों की जानकारी मलेरिया विभाग तक नहीं पहुँच पाती है, हालांकि निजी अस्पतालों को संदिग्ध मरीजों के सैंपल भेजने के निर्देश हैं, ताकि एलाइजा टेस्ट कराया जा सके।
जो सैंपल आ रहे हैं, उन्हें टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है। जनवरी माह से लेकर अब 23 डेंगू पीड़ित ही रिकॉर्ड में आए हैं, इसमें से 1 मरीज ही इस सीजन रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है।