ये कैसी मनमानी: अतिक्रमणों के मकड़जाल में उलझा रेलवे स्टेशन
- कहीं अवैध पार्किंग तो कहीं खान-पान के स्टाॅल फैला रहे अव्यवस्था
- मंडल के अधिकारियों को परवाह नहीं
- जबलपुर स्टेशन के बाहर जमे अतिक्रमण यहाँ के लिए नासूर बनते जा रहे हैं।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल का जबलपुर मुख्य स्टेशन अतिक्रमणों के मकड़जाल से मुक्त नहीं हो पा रहा है। यहाँ एक या दो दिन चलने वाले रेलवे के अभियान से सप्ताह भर के लिए तो स्टेशन अतिक्रमण मुक्त कहलाता है, मगर कुछ दिनों बाद सब कुछ फिर से पुराने ढर्रे पर आ जाता है।
जैसा कि इन दिनों देखने को मिल रहा है। लाखों रुपए खर्च करके बनाए गए स्टेशन, सड़क और गार्डन सभी अतिक्रमणों के मकड़जाल में उलझे हुए नजर आ रहे हैं। नो पार्किंग में वाहनों की पार्किंग, स्टेशन के मुहाने पर अवैध खान-पान के स्टाॅल और दिन से लेकर रात भर स्टेशन परिसर में धमाचौकड़ी मचाते ऑटो मानों यहाँ की पहचान बन गए हैं। इसका एक बड़ा कारण यह भी बताया जा रहा है कि मंडल के वरिष्ठ अधिकारी एसी चैंबर से बाहर निकलकर निरीक्षण को लेकर जोर ही नहीं दे रहे।
चाहे जितना खदेड़ो मानने वाले नहीं
स्टेशन परिसर और आसपास का ट्रैफिक सिस्टम कभी सुधरने वाला नहीं है। यहाँ हर वक्त धमाचौकड़ी मचाते ऑटो चालक स्टेशन परिसर के भीतर तक आकर जबरन यात्रियों को बैठाने का प्रयास करते हैं। इसके बाद भी इन्हें रोेकने वाला कोई नहीं। जैसे ही किसी ट्रेन के आने का वक्त होता है तो यहाँ ऑटो की भीड़ बाहर लग जाती है और यात्रियों के प्लेटफाॅर्म के बाहर आते ही ऑटो चालक स्टेशन परिसर के भीतर तक आ जाते हैं। इससे कई बार यात्रियों और इनके बीच विवाद तक की नौबत आती है।
नो पार्किंग में पार्किंग, बोलने वाला कोई नहीं
स्टेशन पर वाहनों की पार्किंग के लिए प्लेटफाॅर्म नंबर एक और छह की ओर वाहन पार्किंग का ठेका संचालित किया जा रहा है। इसके बाद भी दोनों ओर नो पार्किंग में वाहनों की पार्किंग हो रही है। प्लेटफाॅर्म नंबर एक की ओर आरक्षण केंद्र के बाहर नो पार्किंग में चारपहिया वाहनों को अवैध रूप से खड़ा करवाकर इनसे पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है। इसके अलावा पार्सल ऑफिस के बाहर भी वाहनों की भीड़ नजर आती है। वहीं प्लेटफाॅर्म नंबर छह की ओर जीएम कार्यालय के सामने वाहनों की पार्किंग कराई जा रही है।
मुख्य स्टेशन की रौनक बिगाड़ रहे अतिक्रमण
जबलपुर स्टेशन के बाहर जमे अतिक्रमण यहाँ के लिए नासूर बनते जा रहे हैं। खासकर मालगोदाम साइड अस्थाई भोजनालय, खान-पान के स्टॉल यहाँ का आवागमन सिस्टम तक बिगाड़ रहा है। सड़क के दोनों ओर यहाँ दुकानें जम गई हैं जिससे जाम की स्थिति निर्मित हो रही है।
आधी सड़क पर इन दुकानदारों का कब्जा होने से एक चारपहिया वाहन के आने से ही पूरी सड़क जाम में तब्दील हो जाती है। वहीं पुल नंबर एक के समीप मोड़ पर भी दुकानें लगने लगी हैं जिससे हर समय दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।