सट्टे की काली कमाई से बनाई करोड़ों की सम्पत्ति, पुलिस तैयार कर रही कुंडली
सटोरियों के नाम पर कई जगह पर है बेशकीमती प्रापर्टी, चल रही पड़ताल
डिजिटल डेस्क जबलपुर। कई वर्षों से ऑनलाइन सट्टा खिलाकर काली कमाई का साम्राज्य खड़ा करने वाले सटोरियों की निगरानी की जा रही है। सटोरियों की निगरानी के लिए गठित की गई पुलिस टीमों द्वारा शहर के मुख्य सटोरियों की चल-अचल सम्पत्तियों का पता लगाया जा रहा है। जानकारों के अनुसार इसमें मुख्य रूप से दुबई से पूरा कारोबार ऑपरेट करने वाले सटोरिया सतीश सनपाल व शहर में उसके लिए काम करने वाले सटोरिया दिलीप खत्री के नाम पर कहाँ-कहाँ प्रॉपर्टी हैं इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार कुछ साल पहले तक सटोरिया सतीश सनपाल शहर में रहकर सट्टे का कारोबार संचालित करता था। उसने सट्टे की कमाई से शहर में कई प्रॉपर्टी व फार्म हाउस खरीदा था। कुछ समय पहले वह शहर छोड़कर दुबई चला गया और वहाँ से पूरा कारोबार चला रहा है। यहाँ उसके कुछ खास गुर्गे हैं जो कि उसका काम देखते हैं। ऑनलाइन सट्टा में सतीश का नाम उजागर होने के बाद एसआईटी भी गठित की गई थी। जाँच के दौरान पुलिस को उसके कारोबार से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ व शेल कंपनियों में करोड़ो के लेन-देन के प्रमाण मिले थे। उसके बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था। दुबई में होने के कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
चार मामलों में फरार है दिलीप
जानकारों के अनुसार आईपीएल के दौरान क्रिकेट सट्टा पकड़े जाने पर सटोरिया दिलीप खत्री का नाम सामने आया था और उसके खिलाफ अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 4 मामले दर्ज किए गये थे। इन सभी मामलों में वह फरार है। पुलिस अब उसकी सम्पत्तियों का पता लगा रही है। ज्ञात हो कि इससे पहले उसके बैंक खातों को सीज कराने की कार्रवाई की जा चुकी है।
कर्जदार बनाकर हड़प लेते थे प्रॉपर्टी
जानकारी के अनुसार पुलिस के पास कुछ ऐसे मामले भी उजागर हुए हैं जिसमें सटोरियोंं द्वारा सट्टा खेलने वालों को पहले कर्जदार बनाया जाता था और फिर उनकी कीमती जमीन जायदाद कौडिय़ों के मोल अपने नाम पर करा ली जाती थी। सटोरियों के लिए इस तरह का काम करने वाले उनके कुछ गुर्गों के नाम भी पुलिस को पता चले हैं जिनके संबंध में भी जानकारियाँ जुटाई जा रही हैं।