जबलपुर: शहर के कई क्षेत्रों में बिजली ट्रिपिंग की समस्या, उपभोक्ता हो रहे परेशान
कॉल सेंटर से भी लोगों की समस्याओं का नहीं हो पा रहा समाधान
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
हर साल विद्युत व्यवस्था में सुधार व उपकरणों के मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कंपनी द्वारा लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, फिर भी बारिश के मौसम में बार-बार ट्रिपिंग की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। बार-बार बिजली गुल होने के कारण उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गई है। खासकर रात्रि में होने वाली ट्रिपिंग से लोग त्रस्त हैं। लोगों का कहना है कि समस्याओं का समाधान समय पर नहीं हो रहा है। कॉल सेंटर में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद समय पर निराकरण नहीं हो पा रहा है।
बिजली अधिकारी 24 घंटे सप्लाई होने का दावा कर रहे हैं लेकिन मुख्यालय में ही उपभोक्ता बार-बार बिजली बंद होने से परेशान हैं। शहर के अधिकांश हिस्सों में ट्रिपिंग, फाॅल्ट आने की शिकायतें आ रही हैं। कहीं न कहीं पर फाॅल्ट के कारण बिजली बंद हो रही है। कई क्षेत्रों में तो उपभोक्ता बिजली बंद होने से इस कदर त्रस्त हो गए हैं कि अंधेरा होने से पहले ही इन्वर्टर को चार्ज करके रख लेते हैं, ताकि परेशानी न आए। इधर काॅल सेंटर 1912 में भी उपभोक्ताओं की शिकायतों को दर्ज करने की महज खानापूर्ति हो रही है। पूरी जानकारी लेने के बाद भी घंटों तक लाइन स्टाफ नहीं पहुँचता है।
ऑंख-मिचौली बनी सिरदर्द
जानकारी के अनुसार उत्तर संभाग के रांझी करौंदी में जम्पर आउट होने के चलते दोपहर 1 बजे से 2.40 बजे तक पाँच बार बिजली की ट्रिपिंग हुई। इसके बाद दोपहर 2.40 से 3.30 बजे तक बिजली बंद रही। इसी तरह अधारताल, अमखेरा आदि जगहों पर भी बिजली की सप्लाई बाधित हुई। यहाँ के उपभोक्ता भी लगातार शिकायत दे रहे हैं। इसके अलावा विजयनगर, त्रिमूर्ति नगर, माढ़ोताल, बिलहरी, गढ़ा, मेडिकल इलाकों में भी बिजली बंद होने की ढेरों शिकायत बनी हुई हैं।
शिकायतों का समय पर नहीं हो रहा निराकरण
वैसे तो बिजली कंपनी के काॅल सेंटर 1912 पर दर्ज होने वाली शिकायतों को लेकर निगरानी करने का दावा किया जाता है लेकिन शिकायत पर कितनी देर के भीतर निराकरण हो रहा है इसका जमीनी स्तर पर किसी तरह का ऑडिट नहीं होता है। कई शिकायतों को बिना जाँचे-परखे ही निराकृत होना बता दिया जा रहा है।