जबलपुर: 28 संजीवनी क्लीनिक शुरू करने की तैयारी, 10 के लिए जगह की तलाश
- नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग मिलकर बना रहे 43 संजीवनी क्लीनिक
- हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र का लक्ष्य
- 28 संजीवनी क्लीनिक अब स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर करने की तैयारी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर के हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र के लक्ष्य के साथ नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर 43 संजीवनी क्लीनिक बनाए जा रहे हैं। वर्तमान स्थिति की बात करें तो निगम द्वारा बनाए जा चुके 28 संजीवनी क्लीनिक अब स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर करने की तैयारी है, वहीं 5 क्लीनिकों का काम अभी चल रहा है।
विभिन्न कारणों से शेष 10 क्लीनिकों का काम अब तक शुरू नहीं हो सका है, क्योंकि इनके लिए वार्डों में जगह चिन्हित नहीं हो सकी है। इसके लिए जगह की तलाश की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार निरीक्षण में 28 क्लीनिकों का काम पूरा हो चुका है और इसके लिए मानव संसाधन की व्यवस्था करने भोपाल के अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। एचआर मिलते ही तैयार क्लीनिकों को शुरू करने की तैयारी है।
हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र का लक्ष्य| अर्बन नोडल अधिकारी डॉ. एसएस दाहिया ने बताया कि विभाग का प्रयास यह है कि हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र हो, चाहे वह प्राथमिक स्तर का हो या टर्शरी स्तर का।
इसी लक्ष्य के साथ यह प्लानिंग की गई है कि पहले से उपलब्ध स्वास्थ्य केंद्रों और नए संजीवनी क्लीनिकों के बनने के बाद हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र हो जाए। निगम द्वारा 28 संजीवनी तैयार कर दिए गए हैं।
एचआर की माँग शासन के समक्ष रखी गई है, वहीं बचे हुए क्लीनिकों के लिए जगह की तलाश की जा रही है।
नए के साथ पुराने भी हुए रिनोवेट
जानकारी के अनुसार नगर निगम द्वारा बनाए गए संजीवनी क्लीनिकों में नए क्लीनिक बनाने के साथ-साथ पहले से चल रहे कुछ क्लीनिकों को नए सिरे से रिनोवेट किया गया है।
इनमें हनुमानताल वार्ड अंतर्गत संजीवनी क्लीनिक का भवन उन्नयन कार्य, अशफाक उल्ला खां वार्ड अंतर्गत मोतीनाला भवन उन्नयन कार्य, नया वार्ड क्रमांक 72 रेगवाँ में संजीवनी क्लीनिक मरम्मत कार्य, वार्ड 73 करमेता शासकीय स्कूल के पास संजीवनी क्लीनिक का मरम्मत कार्य, लाला लाजपत राय वार्ड अंतर्गत मण्डी टोरिया स्थित संजीवनी क्लीनिक का उन्नयन और नया वार्ड 79 में शासकीय स्कूल में संचालित संजीवनी क्लीनिक भवन उन्नयन कार्य शामिल हैं।
विभिन्न कारणों से जगह तय नहीं
जानकारी के मुताबिक संजीवनी क्लीनिक के लिए 6 वार्डों में अभी जगह चिन्हित नहीं हो सकी हैं, इसके अलावा 4 स्थान ऐसे हैं, जहाँ पूर्व में डिस्पेंसरीज का संचालन हो रहा था और उन्हें बाद में बड़े स्वास्थ्य केंद्र में मर्ज कर दिया है।
उदाहरण के लिए जेईसी राँझी में संचालित सिविल डिस्पेंसरी राँझी अस्पताल में मर्ज कर दी गई।