जबलपुर: सब्जी के ठेलों पर पोर्टेबल लाउडस्पीकर
- अब पाॅश एरिया, शांत क्षेत्र से लेकर गलियों और चौराहों में रहने वालों को भी चैन नहीं
- प्रशासन तक शिकायत के बाद भी अब तक कार्रवाई नहीं
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शहर में फेरी लगाकर सब्जी, फल बेचने वालों ने जब से पोर्टेबल लाउडस्पीकर का उपयोग शुरू किया है, तब से लोगों के लिए परेशानी बढ़ गई है। शहर में इन दिनों पुरानी आबादी वाली बस्तियों से लेकर काॅलोनियों और पाॅश एरिया तक में फल, सब्जी के ठेले वाले पोर्टेबल लाउडस्पीकर से शोर मचाने के अंदाज में अपना सामान बेच रहे हैं। फेरीवालों के इस तरह के तरीकों से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इसको लेकर प्रशासन से भी शिकायत की गई। जनसुनवाई में यह पूछा गया है कि ये पोर्टेबल लाउडस्पीकर ठेलों में वैध हैं या अवैध, इसका पता लगाया जाए। लोगों का कहना है कि ठेलों के ऊपर पोर्टेबल लाउडस्पीकर रखकर शोर या हल्ला करना प्रताड़ना जैसा है। जहाँ गलियों में एक या दो फेरी वाले निकलें तो ठीक, लेकिन चौराहों पर अजब नजारा है, दर्जनों की संख्या में सब्जी, फल के ठेले वाले लाउडस्पीकर से हल्ला मचाने के अंदाज में अपना माल बेच रहे हैं। इस तरह के तरीके की अब लगातार शिकायतें भी की जा रही हैं।
इन हिस्सों में खड़े होना भी मुश्किल
गोरा बाजार, दीनदयाल चौक, माढ़ोताल, छोटी लाइन फाटक, गुलौआ चौक, बिरसा मुंडा तिराहा, गोहलपुर चौराहा, गुलौआ चौक, धनवंतरी नगर, अंध-मूक चौराहा, माल गोदाम चौराहा, त्रिपुरी चौक, मेडिकल तिराहा, मदन-महल चौक, गौतम मढ़िया तिराहा आदि ऐसे दर्जनों चौराहे हैं, जहाँ पर इन सब्जी के ठेलों में लाउड स्पीकर को रखकर जनता को परेशान किया जा रहा है।
अवैध अस्थायी अतिक्रमण भी
सब्जी, फल के ठेले वाले शोर तो मचाते ही हैं, साथ ही अब कई चौराहों पर इनके द्वारा सीधे अस्थायी कब्जे कर लिये गये हैं। हल्ला के बीच ट्रैफिक पर असर है, तो इन ठेलों के आसपास जो स्थायी दुकान मालिक हैं, वे भी इनसे परेशान होते हैं। कई लिहाज से पोर्टेबल लाउडस्पीकर मुसीबत का कारण बना हुआ है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इनके ऊपर जल्द कार्रवाई करनी चाहिए। जब सड़कों पर भीड़ होती है, वाहनों का शोर होता है, उस दौरान इनकी वजह से समस्या और बढ़ जाती है।