जबलपुर: "नोटा' को पसंद करने वाले घटे, पिछली बार के मुकाबले 54% वोट

जिले की 8 विधानसभाओं में "नोटा' को मिले 11 हजार 436 वोट, सबसे ज्यादा सिहोरा और सबसे कम पूर्व विधानसभा में

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-05 09:56 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

चुनावी परिणामों में इस बार "नोटा' को भी शिकस्त मिली है। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में "नोटा' को मिले कुल वोटाें की तुलना में इस बार केवल 54.66 प्रतिशत वोट ही "नोटा' के खाते में गए हैं। आँकड़े बता रहे हैं इस बार चुनाव में जनता ने नोटा की बजाय प्रत्याशियों को प्राथमिकता दी है। बता दें कि इस बार नोटा को कुल 11 हजार 436 वोट पड़े हैं, जबकि पिछले विधानसभा चुनावों में नोटा को 20 हजार 921 मत प्राप्त हुए थे। नोटा को मिले कुल वोटों में से शहरी क्षेत्र की 4 विधानसभा सीटों में 36.84 फीसदी और ग्रामीण क्षेत्र की 4 विधानसभा सीटों में 63.15 फीसदी वोट पड़े। शहरी क्षेत्रों में 4 हजार 214 और ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में 7 हजार 222 मत पड़े।

किस विधानसभा में नोटा को कितने वोट

सबसे ज्यादा 3 हजार 33 वोट सिहोरा विस में (पिछली बार-4620)

सबसे कम 22 वोट पूर्व विधानसभा में (पिछली बार- 2148)

बरगी में 1 हजार 836 वोट (पिछली बार- 3091)

पनागर में 1 हजार 812 वोट (पिछली बार- 1785)

पश्चिम में 1 हजार 445 वोट (पिछली बार- 2632)

उत्तरमध्य में 1 हजार 418 वोट (पिछली बार- 1209)

कैंट में 1 हजार 329 वोट (पिछली बार- 2256)

पाटन में 541 वोट (पिछली बार- 3180)

900 से ज्यादा मत हुए रिजेक्ट

आठाें विधानसभाओं में हुई वोटिंग में 973 मत रिजेक्ट हुए

सबसे ज्यादा 223 मत सिहोरा और सबसे कम मत 44 पनागर में रिजेक्ट हुए

कैंट में 214, पाटन में 168 और उत्तरमध्य में 84 मत रिजेक्ट हुए

- बरगी में 80, पश्चिम में 74 और पूर्व में 86 मत रिजेक्ट हुए

2 विधानसभाओं में 1 भी टेंडर वोट नहीं

आठाें विधानसभाओं में हुई वोटिंग में कुल 62 टेंडर वोट पड़े

पाटन और सिहोरा में 1 भी टेंडर वोट नहीं पड़ा

पश्चिम में 16, बरगी में 10 और पनागर में 7 वोट

कैंट में 4, उत्तरमध्य में 1 और पूर्व में 24 वोट

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