जबलपुर: 5 के निलंबन से पटवारियों में रोष, 3 दिन की छुट्टी पर गए
- कहा- आदेश रद्द नहीं हुआ तो हड़ताल पर जाएँगे
- पटवारियों ने कहा कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
- 3 दिन के अंदर सस्पेंशन बहाल नहीं किया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। राजस्व महाअभियान 2.0 के अंतर्गत नक्शा अपडेट करने के कार्य में लापरवाही बरतने वाले 5 पटवारियों को कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर मंगलवार को निलंबित कर दिया गया था, अब इसे लेकर पटवारियों ने मोर्चा खोल दिया है।
बुधवार को पहले तो सभी पटवारियों ने अपनी-अपनी तहसीलों में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और पटवारियों के निलंबन समाप्त करने की बात करते हुए 3 दिन के सामूहिक अवकाश का आवेदन दे दिया। उनका कहना है कि यदि 3 दिन के अंदर पटवारियों का निलंबन बिना शर्त वापस नहीं किया गया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएँगे।
राजस्व अभियान में न केवल नक्शा अपडेट करने बल्कि किसानों के ई-केवायसी कराने के मामले में भी लापरवाही को लेकर कई पटवारियोंं को सस्पेंड कर दिया गया था। इनके बचाव में मध्यप्रदेश पटवारी संघ के बैनर तले पटवारियों ने एसडीएम अभिषेक सिंह को माँग पत्र सौंपा और कहा कि यदि 3 दिन के अंदर सस्पेंशन बहाल नहीं किया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।
सभी तहसीलों में पटवारियों ने प्रदर्शन करते हुए एसडीएम या तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान पटवारी किरण पाठक, अमित कुररिया, मुकेश तिवारी, अमितेन्द्र महोबिया, संतोष राय, कैलाश उर्वेती, नरेश दुबे, मुक्ता चौकसे, रोशनी मांझी, अभिषेक, राजेश मेहरा आदि उपस्थित थे।
अधिकांश कार्य हुए ठप
पटवारियों के अचानक ही अवकाश पर चले जाने से राजस्व अभियान के साथ ही सामान्य दिनों के कार्य ठप पड़ गए हैं। पटवारियों ने कहा कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
अधिकारियों द्वारा बिना किसानों और प्लॉटधारियों की सहमति के ही नक्शा बटाँकन पर जोर दिया जा रहा है। यदि पटवारी ऐसा कार्य करते हैं तो भविष्य में उन्हें कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा।