बिजली कंपनियों का हॉस्पिटल: भटक रहे मरीज, सीएमडी से समस्या हल करने लगाई गुहार
- न तो मरीजों को दवा मिल पा रही न ही उनके बिल पास किये जा रहे
- मरीजों को दवाओं के बिल लगाने के बाद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है।
- मरीजों के बिलाें में 15 से लेकर 20 फीसदी छूट का प्रावधान लागू कर दिया है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। प्रदेश की पाँचों विद्युत कंपनियों की प्रमुख बिजली कंपनी एमपी पॉवर मैनेजमेंट के अंतर्गत आने वाले हॉस्पिटल में मरीजों को न ताे दवा मिल रही है और न ही यहाँ से मिली पर्ची के आधार पर खरीदी गई दवाओं के बिलों को पास किया जा रहा है।
दवा खरीदी के बिलों की लंबी पेंडिंग होने से गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज दर-दर भटक रहे हैं। इस संंबंध में मरीजों द्वारा प्रबंध संचालक को शिकायत भी की गई है।
जानकारी के अनुसार हॉस्पिटल में जाँच कराने के बाद बिजली कंपनियों के मरीजों को यहाँ दवाएँ नहीं मिल रही हैं। ऐसी स्थिति में मरीज को दवाओं को बाजार से खरीद कर बिल लगाना होता है, लेकिन मरीजों को दवाओं के बिल लगाने के बाद भी भुगतान नहीं किया जा रहा है।
इसके लिए मरीजों के बिलाें में 15 से लेकर 20 फीसदी छूट का प्रावधान लागू कर दिया है। इसके चलते गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों के बिलों के भुगतान लंबे समय से पेंडिंग हो गए हैं।
मरीजों का यह भी आरोप है, कि कुछ विशेष कृपा पात्रों के बिल तो पास हो रहे हैं। वहीं कई बिलों को कमेटी में पास कराने के लिए भेजा जा रहा है। इसके कारण बिल लंबे समय के लिए अटक रहे हैं। इस समस्या को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से भी शिकायत की गई है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकाला गया है।