जबलपुर: स्मार्ट सड़क पर चैम्बर कहीं गायब, तो कहीं उखड़े, हादसे का शिकार हो रहे वाहन चालक
- मालवीय चौक से शहीद स्मारक रोड पर चलना मुश्किल, रात के वक्त थाेड़ी सी लापरवाही पड़ जाती है भारी
- जिन सड़कों पर बजट की कोई कसर नहीं छोड़ी वे भी बेढंगी बना दीं
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। स्मार्ट सड़क जिनमें दावा किया गया था कि चलने के दौरान आदमी सहजता महसूस करेगा और यह सभी तरह से लोगों को राहत देगी लेकिन बनने के बाद इन सड़कों से जनता को निराशा ही मिली है। इसमें बानगी के तौर पर मालवीय चौक से शहीद स्मारक रोड को ही लिया जा सकता है।
इस मार्ग पर दशा ऐसी है कि अंडर ग्राउंड केबल, नाली को ढकने के लिए जो चैम्बर बनाये गये थे उनको सलीके से सेट ही नहीं किया गया। इस मार्ग पर पैनल वाले चैम्बर और जाली नुमा ढक्कन कहीं उखड़े पड़े हैं, तो कहीं-कहीं गायब हो चुके हैं। कहीं-कहीं तो इनकी जाली इस तरह सड़क पर पड़ी हैं कि नुकीले भाले ही तरह लोगों को घायल करने उतारू हैं।
कहने को सड़क स्मार्ट है, इसमें बजट भी अच्छा खासा खर्च हुआ पर मौके पर देखकर महसूस किया जा सकता है कि निर्माण कर्ताओं ने पूरे बजट को ही तरीके से ठिकाने लगा दिया है। जिनका काम निगरानी करना था उन्होंने भी अपनी ड्यूटी से समझौता किया, नतीजा यह है कि इस स्मार्ट सड़क पर किनारे के हिस्से में निकलना दिन हो या रात सभी समय खतरों से भरा है।
69 करोड़ से बनी सड़कों की हालत पस्त
गोल बाजार के आसपास 9 सड़कों को 69 करोड़ की राशि से स्मार्ट बनाया गया। इन सड़कों के निर्माण में लेकिन हद दर्जे का घालमेल किया गया। खुद नगर निगम प्रशासन ने इस बात को स्वीकार किया और ठेकेदार पर 15 लाख की काॅस्ट लगाई।
ठेकेदार को सड़क को सुधारने और जरूरी पेंच वर्क करने का आदेश भी दिया गया पर अफसोस मरम्मत और सुधार को भी उसी अंदाज में किया गया जैसे पहले सड़क बनाई गई। अब हाल यह है कि कहने को तो सड़कें स्मार्ट हैं पर बनी उसी पुराने ढर्रे की हैं। कहीं इसकी ऊपर लेयर गायब है, तो कहीं गिट्टियाँ उभर आई हैं।
थोड़ी सी कोशिश से सुधार संभव
लोगों का कहना है कि गोल बाजार की जो सड़कें हैं उसमें तो पूरी तरह से अब सुधार संभव नहीं है लेकिन शहीद स्मारक से मालवीय चौक सड़क पर जो चैम्बर उखड़े पड़े हैं या सलीके से नहीं लगे उनको थोड़ी कोशिशों से ही सुधारा जा सकता है। इस वर्क से कई लोगों को हादसे का शिकार होने से बचाया जा सकता है।