जबलपुर: इधर जाँच चलती रही, उधर वेयर हाउस से धान के रिलीज ऑर्डर जारी होते रहे
- जो धान गायब मिली, उसका जोड़-तोड़ करते रहे समिति वाले
- फर्जी एंट्री का आरोप लगा था
- भारी मात्रा में धान को मिलर द्वारा उठाए जाने की जानकारी साझा की गई
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पनागर तहसील के अंतर्गत बरौदा के ओम चंसोरिया वेयर हाउस में सेवा सहकारी समिति नुनियाकला द्वारा संचालित उपार्जन केन्द्र के फर्जीवाड़े का खुलासा विगत दिनों हुआ था और कलेक्टर के निर्देश के बाद जाँच करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन इसी बीच इस मामले में एक और खेल हो गया।
जिस दौरान वेयर हाउस की जाँच चल रही थी और टारगेट पर समिति संचालक सहित अन्य कर्मचारी थे, उसी दौरान वहाँ से सैकड़ों क्विंटल धान के रिलीज ऑर्डर जारी कर दिए गए। मतलब मिलर ने वहाँ से धान उठा ली, जबकि जाँच रिपोर्ट में यह पता चला था कि वहाँ फर्जी तरीके से 17 हजार क्विंटल धान पोर्टल पर चढ़ा दी गई, जबकि मौके पर धान नहीं मिली।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने करीब 28 हजार क्विंटल नॉन एफएक्यू यानी अमानक धान को बिना तुलाई के ही ई-उपार्जन पोर्टल पर ऑनलाइन खरीदी दर्ज करने और 17 हजार क्विंटल से अधिक धान की फर्जी ऑनलाइन खरीदी दर्ज करने पर जाँच के आदेश दिए थे।
इससे पहले इस मामले में एक पटवारी ने भी शिकायत दर्ज कराई थी। समिति की जाँच के बाद सेवा सहकारी समिति नुनियाकला के प्रभारी समिति प्रबंधक अनिल पाठक, समिति प्रशासक गोकुल पटेल पिता मंगल प्रसाद पटेल, खरीदी केन्द्र ऑपरेटर अभय साहू, सर्वेयर आकिब जावेद एवं सुजीत तिवारी पल्लेदार मुकद्दम पर मामला दर्ज कराया गया था।
कैसे जारी हो गए आरओ
बताया जाता है कि समिति द्वारा 24 और 25 जनवरी को रिलीज ऑर्डर जारी करते हुए भारी मात्रा में धान को मिलर द्वारा उठाए जाने की जानकारी साझा की गई।
हालांकि जानकार यह भी बताते हैं कि इस मामले में जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कुछ पर कार्रवाई भी कर दी। प्रभारी डीएसओ जादोन को हटाकर उनके स्थान पर नदीमा शीरी को डीएसओ बनाया गया है।