डेंगू से जुड़े लक्षणों वाले मरीजाें की संख्या बढ़ी, मेडिकल और जिला अस्पताल में एक जैसे हाल
बढ़ रहे वायरल बुखार पीड़ित, वार्डों में लगाए फ्लोर बेड
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
मानसून के ब्रेक के बीच सीजनल बीमारियों के अटैक ने जनता को परेशान कर दिया है। अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की कतारें दिखाई दे रहीं, वहीं वार्ड भी फुल चल रहे हैं। जिला अस्पताल विक्टोरिया और नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में मरीजों को भर्ती होने के लिए बेड नहीं मिल पा रहे हैं। प्रबंधन द्वारा फ्लोर बेड लगाए गए हैं, ताकि मरीजों को राहत दी जा सके। विशेषज्ञों के अनुसार वायरल बुखार के मामले सबसे ज्यादा देखने मिल रहे हैं। इसमें कई मरीज डेंगू से जुड़े बुखार, सर्दी-खाँसी और प्लेटलेट्स काउंट घटने के लक्षणों के साथ अस्पतालों की ओपीडी में पहुँच रहे हैं। इसके अलावा उल्टी-दस्त, बुखार और पीलिया की शिकायत लेकर भी मरीज आ रहे हैं। इसमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इस मौसम में मच्छरों से बचाव के साथ-साथ खान-पान पर भी ध्यान देना चाहिए।
ओपीडी में 2 हजार से ज्यादा मरीज
मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि हॉस्पिटल में रोजाना 2 हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं। मेडिसिन ओपीडी में कई मरीज वायरल बुखार की समस्या लेकर पहुँच रहे हैं। इसके अलावा अस्पताल की आईपीडी में भी वृद्धि हुई है। मेडिसिन वार्ड में बेड भरे हुए हैं। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में भी फ्लोर बेड लगाकर उपचार दिया जा रहा है। आईसीयू के बेड भी फुल चल रहे हैं। मरीजों की संख्या को देखते हुए संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं।
बरतें ये सावधानियाँ
संतुलित और पौष्टिक आहार लें।
दूषित खाना और दूषित पानी का सेवन न करें।
घर पर बने भोजन को प्राथमिकता दें।
सब्जियों को बाजार से लाने के बाद अच्छे से साफ करें।
बारिश के मौसम में रखें ध्यान
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. प्रियंक दुबे ने बताया कि सिर्फ मेडिसिन ओपीडी में रोजाना 200 मरीज आ रहे हैं। डेंगू के लक्षणों के आधार पर कई मरीजों का टेस्ट भी कराया है। वायरल बुखार और टाइफाइड के मरीज भी बढ़े हैं। बारिश का मौसम है, ऐसे में खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए भी समुचित विकल्प अपनाने चाहिए। घर के बाहर का खाना अवाॅइड करेंगे तो बेहतर होगा।