जबलपुर: अब कसौटी पर रखी जाएगी हाई ग्रेड की दावेदारी हर विभाग के क्लासरूम अपडेट, बिल्डिंगें भी सजीं
- आज पहुँचेंगी नैक की टीम और कल से शुरू होगा मूल्यांकन, तीन दिन तक चलेगा
- राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) की टीम 17 जुलाई की शाम पहुँच जाएगी।
- शिक्षण विभागों की तस्वीर हाईटेक क्लासरूम की तरह हो गई है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। ग्रेडिंग को लेकर अगले तीन दिनों तक रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की कड़ी परीक्षा होने वाली है। सात सदस्यों वाली टीम बुधवार को जबलपुर पहुँचेगी और मूल्यांकन गुरुवार से शुरू होगा। टीम के हाथ में 30 प्रतिशत अंक होंगे जिससे काफी हद तक यह तय हो सकेगा कि विवि की ए डबल प्लस ग्रेड की दावेदारी कितनी सही है..?
राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) की टीम 17 जुलाई की शाम पहुँच जाएगी। 18 जुलाई से होने वाले मूल्यांकन को लेकर प्रशासनिक भवन से लेकर विभागों तक को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। शिक्षण विभागों की तस्वीर हाईटेक क्लासरूम की तरह हो गई है।
18 जुलाई को पहले दिन टीम के सामने कुलपति प्रो. राजेश कुमार वर्मा की बैठक होगी। इस दौरान बीते पाँच साल की उपलब्धि और आगामी भविष्य की योजनाओं को लेकर प्रजेंटेशन दिया जाएगा।
रादुविवि नैक टीम के समन्वयक प्रो. राकेश बाजपेयी ने बताया कि इसके बाद आइक्यूएसी डायरेक्टर विवि के शोध प्रोजेक्ट, परीक्षा कार्यक्रमों से अवगत कराएँगे। 26 विभागों का निरीक्षण होगा।
इसके बाद 19 जुलाई को टीम बचे हुए विभागों का दौरा करेगी। इस दौरान विद्यार्थियों से भी संवाद होगा और फीडबैक लिया जाएगा। फैकल्टी व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ संवाद होगा।
टीम का स्पोर्ट्स काॅम्पलेक्स, छात्रावासों और स्वास्थ्य केंद्र का दौरा होगा। अंत में सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे। इसके अगले दिन 20 जुलाई को टीम का विदाई कार्यक्रम होगा।
ऐसा होता है नैक मूल्यांकन
नैक टीम 70 प्रतिशत मूल्यांकन ऑनलाइन दस्तावेजों के आधार पर करती है। विश्वविद्यालय या शिक्षण संस्थान सबसे पहले सेल्फ-स्टडी रिपोर्ट जमा करती है जिसमें पिछले पाँच साल की उपलब्धियों का डेटा के साथ जानकारी होती है।
टीम इसका सत्यापन करती है और चुनिंदा विद्यार्थियों, अभिभावकों से फीडबेक लेकर मूल्यांकन करती है। शेष 30 प्रतिशत अंक नैक के विशेषज्ञ खुद संस्थान में आकर जाँचते हैं।