एनआईए की कार्रवाई: जाँच टीम को रोका, अधिवक्ता उस्मानी, उनके पुत्र और भाई के खिलाफ मामला दर्ज

कार्रवाई के दौरान एसएलआर के कारतूस बरामद, तीनों हिरासत में, चल रही पूछताछ

Bhaskar Hindi
Update: 2023-05-27 17:21 GMT

डिजिटल डेस्क जबलपुर। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी एनआईए व एटीएस की टीम शुक्रवार की रात ओमती क्षेत्र में रहने वाले हाईकोर्ट अधिवक्ता अहदुल्ला उस्मानी के घर पर पहुँची तो अधिवक्ता, उनके पुत्र अरहम व भाई अधिवक्ता अमानुद्दीन ने अंदर से दरवाजा बंद कर जाँच टीम को रोक दिया। इस दौरान वहाँ मौजूद पुलिस द्वारा दरवाजा तोडऩे की चेतावनी दी गई, उसके बाद दरवाजा खोला गया। जाँच के दौरान उनके घर से एसएलआर के कारतूस बरामद किए गए थे। शनिवार को एटीएस तीनों को ओमती थाने लेकर पहुँची और दो एफआईआर दर्ज कराईं। मामला दर्ज कर पुलिस ने तीनों को अभिरक्षा में लिया है। उनसे आवश्यक पूछताछ की जा रही है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात ओमती निवासी अधिवक्ता अहदुल्ला उस्मानी के घर का दरवाजा काफी मशक्कत के बाद खोला गया। दरवाजा खुलते ही जाँच अधिकारियों ने घर में प्रवेश किया और परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल फोन व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अपने कब्जे में ले लिए थे। जाँच अधिकारियों का दावा है कि दरवाजा खुलने के पहले ही अधिवक्ता, उनके पुत्र और भाई ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से महत्वपूूर्ण जानकारियों की फाइलें डिलीट कर दीं एवं कुछ अन्य साक्ष्य भी नष्ट कर दिए थे। ये साक्ष्य विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों सें संबंधित थे। जानकारी के अनुसार शनिवार को एटीएस के डीएसपी स्तर के अधिकारी द्वारा सबूतों से छेडख़ानी करने व शासकीय कार्य में बाधा पहुँचाने की धाराओं के तहत दो अलग-अलग मामले दर्ज कराए गए हैं। इन मामले में अधिवक्ता अहदुल्ला उस्मानी, उनके भाई अधिवक्ता अमानुद्दीन व पुत्र अहरम को ओमती पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया है।

सिमी के वकील के घर की जाँच

जानकारी के अनुसार आतंकी अबू सलेम व सिमी आतंकियों की पैरवी करने वाले अधिवक्ता नईम खान के घर छापेमारी के दौरान अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं। वहीं अधिवक्ता से घंटों पूछताछ की गई थी। इस दौरान उनका बेटा घर पर नहीं था। जाँच टीम द्वारा दोनों के नाम नोटिस जारी किया गया है।

संदेह के आधार पर पूछताछ

जानकारी के अनुसार जाँच टीम ने संदेह के आधार पर ओमती क्षेत्र से मो. बिलाल नामक युवक को शुक्रवार की रात पकड़ा था। उसकी माँ अफसाना अपने पुत्र को छुड़ाने के लिए जाँच अधिकारियों के पास पहुँची और बेटे को पकड़े जाने की वजह पूछी लेकिन अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उसके परिजनों का कहना था कि बिलाल मानसिक रूप से बीमार है। जरूरी पूछताछ के बाद बिलाल को शनिवार की सुबह छोड़ दिया गया।

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