जबलपुर: नए उद्योगों ने पकड़ी रफ्तार, 24 सौ करोड़ का निवेश होगा, मिलेगा रोजगार
- वर्ष 2023-24 में औद्योगीकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
- इन उद्योगों से लगभग 2100 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश हुआ है
- जबलपुर रीजन में उद्योग स्थापना हेतु 102 कम्पनियों को लगभग 90 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मप्र इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन को साल 2024-25 में नए उद्योगों की स्थापना के लिहाज से नया कीर्तिमान बनने की उम्मीद है। ताजा आँकड़ों के मुताबिक, इस अवधि में लगभग 24 सौ करोड़ का निवेश होगा, साथ ही करीब 35 सौ युवाओं के हाथों को काम भी मिलेगा।
अपनी रिपोर्ट में एमपीआईडीसी जबलपुर रीजन ने बताया कि वर्ष 2023-24 में औद्योगीकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
एमपीआईडीसी के जीएम आरपी चक्रवर्ती ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में एमपीआईडीसी क्षेत्रीय कार्यालय जबलपुर द्वारा जबलपुर रीजन में उद्योग स्थापना हेतु 102 कम्पनियों को लगभग 90 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है।
इस वर्ष 98 नये उद्योग स्थापित हुए हैं, जो विगत कई वर्षों की तुलना में सर्वाधिक हैं। इन उद्योगों से लगभग 2100 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश हुआ है तथा 2900 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला है।
इस साल लगे पाँच बड़े उद्योग-
एमपीआईडी ने बताया है कि इस वर्ष सर्वाधिक 5 बड़े उद्योग स्थापित हुए हैं। मेसर्स वरुण बेवरेजेस लि. द्वारा सॉफ्ट ड्रिंक्स उत्पादन के लिए औद्योगिक क्षेत्र उमरिया-डुंगरिया जबलपुर में, मेसर्स बालाजी बायोसॉल्यूशन फ्यूल्स द्वारा ईथेनॉल उत्पादन के लिए शहपुरा जबलपुर में, मेसर्स ओरिएण्ट ईथेनॉल इण्डस्टीज ने ईथेनॉल उत्पादन हेतु मनेरी मण्डला में, मेसर्स ए.व्ही.जे. एग्रिको द्वारा ईथेनॉल उत्पादन के बोरगाँव जिला पाण्डुर्णा में, मेसर्स विसाग बायोफ्यूल्स द्वारा ईथेनॉल उत्पादन के लिए ग्राम खापा बालाघाट में तथा मेसर्स एसीसी द्वारा सीमेंट उत्पादन के लिए मेहगाँव कटनी में प्लांट लगाकर उत्पादन शुरू कर दिया गया है।