जबलपुर: वेयर हाउस के किरायानामा में नाम मौजूद, जाँच दल ने हटाया, करोड़ों के हेरफेर को दबाने की कोशिश
- जगदीश वेयर हाउस की जाँच रिपोर्ट में 3 बार सुधार कराया
- गणेश वेयर हाउस में सड़ी मूँग और चना मिला, कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ
- जाँच दल द्वारा प्रस्तुत जाँच प्रतिवेदन के अनुसार वेयर हाउस में 5834 बोरी गेहूँ अमानक पाया गया।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मझाैली के जमुनिया ग्राम के जगदीश वेयर हाउस में 6 हजार क्विंटल घटिया और मिलावटी गेहूँ मिलने और गेहूँ की 33 सौ बोरियाें के गायब होने पर जो जाँच कराई गई, वह खुद संदेह के दायरे में आ गई है।
बताया जाता है कि जाँच दल ने किरायानामा में मौजूद एक संयुक्त किराएदार का नाम ही गायब कर दिया है। एसडीएम अब तक 3 बार जाँच रिपोर्ट में सुधार कर चुके हैं। जाँच दल किसके प्रभाव में है यह तो कहना जल्दबाजी होगा लेकिन यह तय है कि जाँच उचित तरीके से नहीं कराई गई।
इसलिए दोबारा किसी तटस्थ दल से जाँच की माँग की जा रही है। वहीं चरगवाँ के बिजौरी में गणेश वेयर हाउस का मामला भी तूल पकड़ता नजर आ रहा है। यहाँ करीब 1800 क्विंटल गेहूँ गायब है और बड़ी मात्रा में मूँग और चना सड़े हुए मिले हैं।
रबी विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी केन्द्र जय दुर्गा स्व सहायता समूह ग्राम जमुनिया केन्द्र क्रमांक-1, केन्द्र कोड 56233267 उपार्जन स्थल जगदीश वेयर हाउस 153 में अमानक गेहूँ एवं अन्य अनियमितताओं की शिकायत मिलने पर खरीदी केन्द्र की जाँच हेतु दल गठित किया गया था।
इस दल में कैलाश चौहान शाखा प्रबंधक एमपीडब्ल्यूएलसी, शिव स्वरूप शुक्ला शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, सिद्धार्थ राय कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मझौली, योगेश दुबे सहकारिता विस्तार अधिकारी, विकास तिवारी सहकारिता विस्तार अधिकारी और अनिल नरबरे मार्कफेड जबलपुर शामिल थे।
इस जाँच दल द्वारा मौके पर जाकर जाँच की गई। जाँच दल द्वारा प्रस्तुत जाँच प्रतिवेदन के अनुसार वेयर हाउस में 5834 बोरी गेहूँ अमानक पाया गया। वेयर हाउस के वास्तविक मालिक रंजीत विश्वकर्मा द्वारा वेयर हाउस को केशव राय एवं अखिलेश राय को किराए पर देना बताया गया था। किरायानामा में केशवराय का नाम शामिल था और जाँच रिपोर्ट में भी, लेकिन बाद में इस रिपोर्ट से केशव राय का नाम हटा दिया गया।
एक साथ कई खामियाँ मिलीं| बताया जाता है कि जगदीश वेयर हाउस को सरकार ने किराए पर लिया था और खरीदी केन्द्र बनाकर खरीदी की जा रही थी। वहीं उसी वेयर हाउस को केशव राय और अखिलेश राय को किराए पर दे दिया जो कि अनियमितता की हद है। इसके बाद दो केन्द्र चल रहे थे यह भी बड़ी गड़बड़ी है, इसके बाद भी जाँच दल वेयर हाउस को अभयदान देने में जुटा हुआ है।
गणेश वेयर हाउस के लिए भोपाल से आया आदेश बताया जाता है कि चरगवाँ के बिजौरी दुल्हन खेड़ा गाँव में गणेश वेयर हाउस है। कुछ ग्रामीणों ने इसकी शिकायत लोकल स्तर पर की लेकिन कुछ नहीं हुआ, तो सीधे भोपाल में शिकायत दर्ज कराई गई। वहाँ से जब जाँच के आदेश आए तो आनन-फानन में टीम गठित की गई।
इस टीम में बसुंधरा पेन्ड्रो कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी जबलपुर, नितिन मेहरा सहकारिता विस्तार अधिकारी, गेंदालाल पटेल शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, सुनील मंडलोई शाखा प्रबंधक एमपीडब्ल्यूएलसी, अनिल नरबरे मार्कफेड, मेघा अग्रवाल वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी और रामेन्द्र शर्मा शाखा प्रबंधक एमपी एससीएससी शहपुरा शामिल थे।
जाँच दल को पिछले साल का साढ़े 1800 क्विंटल गेहूँ गायब मिला और 3340 क्विंटल मूँग तथा 3800 क्विंटल चना बहुत ही खराब क्वाॅलिटी का मिला। जाँच दल की रिपोर्ट के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई जिस पर सवालिया निशान लग रहे हैं।