अपहरण मामले में नायब सूबेदार सहित तीन गिरफ्तार, दो दिन की पुलिस रिमांड
गोराबाजार थाने में पत्नी की शिकायत पर दर्ज हुआ था मामला
डिजिटल डेस्क जबलपुर। गोराबाजार थाना क्षेत्र स्थित बिलहरी निवासी महिला ने अपने नायब सूबेदार पति व उसके साथियों पर बच्चों का अपहरण करने का आरोप लगाया। महिला के आरोपों की जाँच करते हुए पुलिस द्वारा हाथरस से नायब सूबेदार व दोनों बच्चों को खोज कर सोमवार को जबलपुर लाया गया। इस मामले में सोमवार की रात पुलिस ने महिला की शिकायत पर नायब सूबेदार पर अपने ही बच्चों को अपहरण करने का मामला दर्ज किया। इस मामले में नायब सूबेदार व उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया गया है।
इस संबंध में टीआई विजय परस्ते ने बताया कि 13 जुलाई को बिलहरी निवासी भाग्यश्री ने थाने पहुँचकर बताया कि उसका विवाह वर्ष 2013 में सिगनल्स में पदस्थ नायब सूबेदार राजपाल सिंह के साथ हुआ। उसके दो बच्चे 9 वर्षीय निकिता और 6 वर्षीय अनिकेत हैं। वर्ष 2021 में पति से अलग होने के बाद से दोनों बच्चे उसके साथ रह रहे हैं। रात में उसका पति राजपाल अपने कुछ साथियों के साथ आया और दोनों बच्चों का अपहरण कर ले गया। महिला की शिकायत की जाँच करते हुए पुलिस ने यूपी हाथरथ से नायब सूबेदार व दोनों बच्चे बरामद किए। वहीं दो अन्य को भी पकड़ा। सभी को सोमवार की रात जबलपुर लाकर नायब सूबेदार व उसके साथियों के खिलाफ अपहरण व आपराधिक षड्यंत्र रचने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। साथियों में विपिन व लोकेश गिरफ्तार हो गए हैं, वहीं धर्मपाल व प्रशांत की तलाश जारी है।
माँ से लिपट गए मासूम बच्चे
देर रात दोनों बच्चों को थाने लाए जाने की सूचना पर भाग्यश्री अपने रिश्तेदारों के साथ थाने पहुँची। थाने में बच्चों को देखते ही माँ की आँखों से आँसू निकल आए, वहीं बच्चे भी दौड़कर माँ से लिपट गए। थाने में महिला, उसके बच्चों व पति के बयान दर्ज किए जाने के बाद मामला दर्ज किया गया। बच्चों को ले जाने के दौरान उनके पास हथियार होने के संबंध में आरोपियों ने उन्हें रास्ते में फेंकना बताया है।
छुट्टी लेकर पहुँचा जबलपुर
पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी नायब सूबेदार ने बताया कि उसने न्यायालीन कार्यों के लिए छुट्टी ली थी। वह हाथरस पहुँचा और अपने 4 साथियों के साथ मिलकर बच्चों को ले जाने की योजना बनाई। उसके बाद वे 12 जुलाई को जबलपुर पहुँचे और यहाँ एम्पायर टाकीज के पास एक होटल में ठहरे। वहाँ से दूसरे दिन बच्चों को उठाकर हाथरस भाग गए।