टोल प्लाजा में पार्टनर बनाकर लगाई सवा करोड़ की चपत

फरार इनामी आरोपी अमित खम्परिया व उसके मैनेजर के खिलाफ एक और एफआईआर

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-10 18:03 GMT

डिजिटल डेस्क जबलपुर। टोल प्लाजा में पार्टनर बनाकर धोखाधड़ी करने के मामले में फरार इनामी आरोपी अमित खम्परिया व उसके मैनेजर अमित द्विवेदी के खिलाफ संजीवनी नगर थाने में एक और एफआईआर दर्ज की गयी है। मामले में आरोपी बनाए गए अमित खम्परिया व उसके मैनेजर ने मिलकर उत्तरप्रदेश के व्यापारी सचिन गुप्ता और धनेंद्र सिंह राघव को टोल प्लाजा में पार्टनर बनाकर उनसे 1 करोड़ 21 लाख रुपए हड़पे जाने की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यूपी अलीगढ़ निवासी सचिन गुप्ता और बुलंद शहर निवासी धनेंद्र सिंह द्वारा शिकायत देकर बताया गया कि अमित खम्परिया ने उन्हें व उनके एक साथी अरकान अली निवासी गाजियाबाद को बताया कि टोल प्लाजा में 20 से 25 प्रतिशत का मुनाफा है। उसके झाँसे में आकर तीनों जबलपुर आए और मदन महल स्थित साइकिल स्टैण्ड पर अमित खम्परिया से मुलाकात हुई, जिसके बाद उनके बीच 40 प्रतिशत की हिस्सेदारी पर सहमति बनी। उसके बाद उन्होंने यूपी के बलौन टोल प्लाजा में पार्टनरशिप के लिए 1 करोड़ 21 लाख रुपए अमित खम्परिया और उनके कर्मचारियों को एनएचएआई में धरोहर राशि जमा करने के लिए दी थी, जो कि अमित ने अपने बैंक खाते में जमा करा ली और एनएचएआई में निर्धारित राशि जमा नहीं कराई गयी, जिसके चलते एनएचएआई ने धरोहर राशि जब्त कर ली। तीनों पार्टनरों द्वारा जब्त एनएचएआई में जमा जमानत राशि लौटाने के लिए कहा तो अमित ने अपने मैनेजर से बात करने कहा, जब उससे बात की गयी तो उसने टोल प्लाजा में नुकसान की बात कही और राशि लौटाने में आनाकानी की। पार्टनर सचिन व धनेंद्र ने जब अमित से राशि लौटाने कहा तो अमित ने उन्हें संजीवनी नगर स्थित अपने ऑफिस बुलाया। जहाँ पर मैनेजर अमित द्विवेदी व अभिषेक बैरागी ने उन पर बंदूक तानकर धमकाया था, जिसके बाद वे वापस लौट गए थे। इस मामले में हाल ही में उनके द्वारा एसपी को शिकायत किए जाने पर संजीवनी नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है।

पहले भी की सवा करोड़ की धोखाधड़ी

ज्ञात हो कि धोखाधड़ी के आरोपी बनाए गए अमित खम्परिया द्वारा पहले भी अपने एक पार्टनर गोपीकृष्ण माहेश्वरी को टोल प्लाजा में पार्टनर बनाकर 1 करोड़ 21 लाख की धोखाधड़ी की गयी थी। पार्टनर द्वारा रकम वापस माँगे जाने पर अमित ने उसे भी अपने ऑफिस में बुलाकर कमरे में बंदकर बंदूक की नोक पर धमकाते हुए एग्रीमेंट निरस्त होने के दस्तावेजों पर जबरन हस्ताक्षर करा लिए थे। उक्त मामले में 21 अप्रैल 2022 में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था उसके बाद से वह फरार है।

33 हजार का इनाम घोषित

धोखाधड़ी सहित विभिन्न मामलों में फरार अमित खम्परिया की गिरफ्तारी के लिए पुलिस महानिरीक्षक बालाघाट द्वारा 30 हजार का इनाम घोषित किया गया है। वहीं जबलपुर पुलिस द्वारा उसकी गिरफ्तारी के लिए 3 हजार के इनाम की घोषणा की गयी है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। वहीं अब एक और मामला संजीवनी नगर थाने में दर्ज किया गया है।

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