जबलपुर: नयागाँव सोसायटी में हर दिन हो रहा मूवमेंट, लोगों में दहशत
- बरसाती नाला बना तेंदुओं का कॉरिडोर
- लेबर लगभग हर दिन तेंदुओं को देखकर सूचनाएँ देती हैं
- तेंदुआ दिखा तो नहीं लेकिन लोगों में दहशत अभी भी बनी हुई है
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। एमपीईबी स्थित नयागाँव सोसायटी में तीन से चार तेंदुओं की मौजूदगी लगातार बनी हुई है। सोमवार की सुबह भी दो अलग-अलग जगहों पर तेंदुओं को रहवासी एरिया में घूमते हुए देखा गया।
क्षेत्रीय लोगों के अनुसार ठाकुरताल की पहाड़ी से निकलने वाले पुराने बरसाती नाले को तेंदुओं ने अपना कॉरिडोर बना लिया है।
नाला काफी चौड़ा और गहरा है, जिसके कारण सुरक्षित और आसान तरीके से तेंदुए जंगल से निकलकर कॉलोनी तक पहुँचते हैं और स्ट्रीट डॉग्स का शिकार करके वापस जंगल लौट जाते हैं।
हर दिन लोग कर रहे पुष्टि| नयागाँव साेसायटी के अध्यक्ष रजत भार्गव ने बताया कि वन विभाग भले ही तेंदुओं के मूवमेंट को नकारता रहता है लेकिन सोसायटी के सिक्योरिटी गार्ड और आसपास के एरिया में निर्माणाधीन भवनों में काम करने वाली लेबर लगभग हर दिन तेंदुओं को देखकर सूचनाएँ देती हैं, जिसके संबंध में वन विभाग को भी सूचना दे दी जाती है।
श्री भार्गव के अनुसार ये शुक्र की बात है कि अभी तक तेंदुओं ने किसी इंसान पर हमला नहीं किया है, इसलिए लोग भी राहत में हैं लेकिन किसी भी दिन हादसा हो सकता है, जिसमें वन्य प्राणियों की जान खतरे में पड़ सकती है, लिहाजा किसी तरह की ठाेस कार्रवाई होनी चाहिए।
शहर के आसपास आए दिन होती है मूवमेंट| शहर से लगे जंगली क्षेत्रों में आए दिन तेंदुओं का मूवमेंट बना रहता है। पिछले कुछ दिनों पहले जीसीएफ सेन्ट्रल स्कूल मैदान में भी एक तेंदुए को बीच मैदान में घूमता हुआ देखा गया।
सेन्ट्रल स्कूल मैदान के आसपास का इलाका पाटबाबा की पहाड़ियों से लगा हुआ घना जंगली एरिया है, जो तेंदुओं का पुराना कॉरिडोर है। पूर्व में भी कई बार तेंदुआ स्कूल से लगे मैदान में देखा जा चुका है।
इधर खमरिया-पनागर मार्ग स्थित ग्राम रिठौरी में पिछले कुछ दिनों से तेंदुआ दिखा तो नहीं लेकिन लोगों में दहशत अभी भी बनी हुई है।