जबलपुर: यूनिपोल लगाने के लिए नहीं ली लोकेशन वाइज एनओसी, ट्रैफिक पुलिस से ली एकमुश्त एनओसी

  • नगर निगम कर रहा जाँच के नाम पर खानापूर्ति, कुछ ही बिंदुओं पर हो रही जाँच
  • ट्रैफिक पुलिस से एकमुश्त एनओसी लेकर पूरे शहर में खतरनाक यूनिपोल टाँग दिए हैं।
  • यूनिपोल लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस से लोकेशन वाइज एनओसी ली जाएगी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-27 12:14 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में जगह-जगह लगाए गए खतरनाक यूनिपोल के मामले में हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। ताजा मामला यह है कि नगर निगम ने यूनिपोल लगाने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के अनुसार लोकेशन वाइज एनओसी नहीं ली है।

ट्रैफिक पुलिस से एकमुश्त एनओसी लेकर पूरे शहर में खतरनाक यूनिपोल टाँग दिए हैं। इसके साथ ही यूनिपोल की जाँच के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। जानकारों का कहना है कि मोटर व्हीकल एक्ट 1988 में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि यूनिपोल लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस से लोकेशन वाइज एनओसी ली जाएगी, लेकिन नगर निगम ने यूनिपोल लगाने के लिए एकमुश्त एनओसी देने का आवेदन ट्रैफिक पुलिस को दिया।

ट्रैफिक पुलिस ने भी आँख मूँदकर एनओसी दे दी। शहर में गोहलपुर पुल, शास्त्री ब्रिज, कछपुरा ब्रिज, रामपुर चौक, बंदरिया तिराहा, तैयबअली चौक, विजय नगर, दीनदयाल चौक, इनकम टैक्स चौक एवं कटंगा तिराहे पर यूनिपोल लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की अनुमति नहीं ली गई।

जाँच के नाम पर हो रहा छलावा

नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच सहित अन्य संगठनों ने 18 जून को नियम विरुद्ध एवं खतरनाक यूनिपोल की जाँच की माँग को लेकर ज्ञापन सौंपा था। संगठनों के प्रतिनिधियों ने बुधवार को निगमायुक्त प्रीति यादव से मुलाकात कर कहा कि यूनिपोल की जाँच के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। प्रतिनिधियों का कहना था कि यूनिपोल की जाँच हर बिंदुओं पर की जानी चाहिए।

संगठनों ने दी आंदोलन की चेतावनी

नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच सहित अन्य संगठनों ने कहा है कि जाँच के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है, ताकि यूनिपोल घोटाले के आरोपियों को क्लीन चिट दी जा सके। संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि जाँच सही तरीके से नहीं की गई तो नगर निगम के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर डॉ. पीजी नाजपांडे, रजत भार्गव, एड. वेदप्रकाश अधौलिया, टीके रायघटक, डीके सिंह, उमेश दुबे, जीपी विश्वकर्मा, सुभाष चंद्रा, सुशीला कनौजिया, पीएस राजपूत व राजेश गिदरोनिया मौजूद थे।

यूनिपोल की स्ट्रक्चरल जाँच तक नहीं कराई

13 मई 2024 को मुंबई के घाटकोपर में होर्डिंग गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद यूनिपोल की स्ट्रक्चरल जाँच कराई जा रही है, ताकि मुंबई जैसी घटनाओं से बचा जा सके। इसके बाद भी जबलपुर में किसी यूनिपोल की स्ट्रक्चरल जाँच नहीं कराई गई।

हालत यह है कि जबलपुर में जगह-जगह हवा में झूलते हुए यूनिपोल लगे हुए हैं, जो आँधी और तूफान में गिर सकते हैं। इसके बाद भी शहर के जिम्मेदार अधिकारी आँखें बंद किए हुए हैं।

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