जबलपुर: कान्हा के हिरणों ने कुंडम में बनाया नया ठिकाना

  • ऋतु परिवर्तन के दौरान हर साल होता है मूवमेंट
  • कुंडम से उमरिया के बीच जंगली एरिया में हिरणों का झुंड जहाँ लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है
  • वन विभाग ने इनकी सुरक्षा के चलते इन इलाकों में पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-01 13:51 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। कान्हा नेशनल पार्क से हिरणों के एक झुंड ने कुंडम के पास नया ठिकाना बनाया है। ये पहला मौका नहीं है, बल्कि लगभग हर साल ऋतु परिवर्तन के दौरान हिरण, चीतल समेत कई शाकाहारी वन्य प्राणी नई जगहों पर पलायन करते हैं।

कान्हा और बांधवगढ़ के जंगलों के बीच वन्य प्राणियों का पुराना कॉरिडोर है, जो छत्तीसगढ़ से उड़ीसा तक जुड़ा हुआ है। इसी कॉरिडोर से अक्सर जंगली हाथी और तेंदुए भी नई जगहों पर मूवमेंट करते हैं।

कुंडम से उमरिया के बीच जंगली एरिया में हिरणों का झुंड जहाँ लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। वहीं वन विभाग ने इनकी सुरक्षा के चलते इन इलाकों में पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी है।

डुमना में कम हुए चीतल | इधर डुमना के आसपास चीतलों की संख्या काफी कम हो गई है। जानकारों का कहना है कि एयरपोर्ट जाने वाले मार्ग पर बनी फोरलेन सड़क और कई निर्माण कार्यां के चलते वन्य प्राणियों का रहन-सहन प्रभावित हुआ है, जिसके चलते यहाँ के चीतल आसपास के जंगलों की तरफ चले गए हैं।

सूत्रों के मुताबिक डुमना में बनी फोरलेन सड़क पर वन्य प्राणियों की आवाजाही के लिए बनाए गए अंडरपास तकनीकी रूप से दुरुस्त और सुरक्षित नहीं हैं। इसी वजह से सीओडी की तरफ से आने वाले वन्य प्राणियों को नेचर पार्क की तरफ आने-जाने में असुविधा होती है।

रिठौरी बस्ती में फिर पहुँचा तेंदुआ | पनागर-खमरिया मार्ग पर स्थित ग्राम रिठौरी में कई दिनों तक शांत रहने के बाद गाय के बछड़े पर हमला करने वाला तेंदुआ बुधवार की सुबह एक बार फिर बस्ती के पास दिखा।

हालाँकि तेंदुआ एक खेत के पास ही काफी देर तक घूमने के बाद वापस जंगल की तरफ चला गया, लेकिन उसको देखने के बाद गाँव में दहशत का माहौल बना हुआ है।

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