जबलपुर: जबलपुर के एयर कोमोडोर राजीव को मिलेगा विशिष्ट सेवा मेडल
- थ्री बेस रिपेयर डिपो चंडीगढ़ के एयर ऑफीसर कमांडिंग पद पर हैं पदस्थ, वायुसेना में विभिन्न पदों पर किया कार्य
- कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट हैदराबाद सीडीएम में पीजी की पढ़ाई की है
- करीब 33 साल लंबे कैरियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। देश के सबसे बड़े एयर डिपो के एयर ऑफीसर कमांडिंग और जबलपुर निवासी एयर कोमोडोर राजीव श्रीवास्तव को भारत सरकार की ओर से राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजा जाएगा।
केंद्रीय विद्यालय-1 जीसीएफ और जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़े एयर कोमोडोर श्रीवास्तव अपने करीब 33 साल लंबे कैरियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। उनकी माँ श्रीमती पुष्पा श्रीवास्तव का निवास सिविल लाइन स्थित अंचल अपार्टमेंट में है।
राजीव ने जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई 1990 में पूरी की और इसके बाद पहले अटेम्प्ट में एसएसबी क्वालीफाई कर 1991 में वायुसेना में पायलट अफसर बने।
राजीव के पिता स्व. कर्नल ओपी श्रीवास्तव भी आर्मी में थे, ऐसे में आर्मी में जाने की प्रेरणा उन्हीं से मिली। राजीव की ट्रेनिंग एयरफाेर्स टेक्निकल कॉलेज बैंगलोर में हुई। इसके बाद रशियन हेलीकॉप्टर्स में ट्रेनिंग ली और फिर बतौर इंजीनियरिंग अफसर आगे की जर्नी शुरू हुई।
वायुसेना की फ्रंट लाइन हेलीकॉप्टर्स यूनिट में सेवाएँ देने के बाद यूनाइटेड नेशन्स के लिए कॉन्गो में 2004-2005 में सेवाएँ दीं। इसके बाद हेलीकॉप्टर एमआई-17 IV की ट्रेनिंग रशिया में हुई।
वे हेलीकॉप्टर ट्रेनिंग स्कूल 2 टेट्रा में कमांडिंग ऑफीसर रहे। उन्होंने डिफेंस सर्विसेस स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन से मिलिट्री स्ट्रेटजी में पीजी और कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट हैदराबाद सीडीएम में पीजी की पढ़ाई की है।
जुलाई 2022 से वे थ्री बेस रिपेयर डिपो चंडीगढ़ के एयर ऑफीसर कमांडिंग के पद पर हैं।