युवा मतदाताओं के मामले में जबलपुर बनाएगा रिकाॅर्ड
भोपाल में सराहना : मतदाताओं के नाम जोड़ने में ही नहीं, मृतकों के नाम काटने में भी दिखाई तेजी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के सिलसिले में पिछले दिनों भोपाल में कलेक्टर स्तर के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। उसमें सभी जिलों की जानकारी ली गई। इस दौरान जब शहर की बारी आई और बताया गया कि किस प्रकार यहाँ युवाओं के नाम जोड़े गए और मृतकों और माइग्रेंट मतदाताओं के नाम काटे गए, उस पर निर्वाचन आयोग के अधिकारी भी संतुष्ट नजर आए। वहीं पर यह तय हो गया कि इस चुनाव में मतदान प्रतिशत अधिक होगा।
किसी भी चुनाव का आधार उसका वोटर होता है और यदि वोटर लिस्ट शुद्ध होगी तो चुनाव भी उतना ही सटीक होगा। कुछ इसी तर्ज पर कार्य करते हुए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण के कार्य को हाथ में लिया और युवा मतदाताओं के नाम जोड़ने को एक मुहिम बना लिया। यही कारण है कि जनवरी से अगस्त के बीच में ही 37 हजार से अधिक युवा मतदाताओं के नाम जोड़ दिए गए और इस पूरे माह चले अभियान में यह संख्या 50 हजार के करीब पहुँचने की संभावना है। 80 से अधिक उम्र वाले 80 फीसदी से अधिक मतदाताओं को वेरिफाई किया जा चुका है, यानी वे कौन हैं और कहाँ रहते हैं, इसकी पूरी जानकारी बीएलओ को है और वे सूची में दर्ज हैं। इसी प्रकार 95 प्रतिशत दिव्यांग मतदाताओं को भी वेरिफाई किया जा चुका है।
वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने पर जोर
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने बताया कि आगामी दिनों में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने पर कई गतिविधियाँ चलाई जाएँगी। कैसे मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक आने के लिए उत्साहित किया जाए, इस पर अनेक आयोजन होंगे। सबसे बड़ी बात है नौकरीपेशा, दैनिक वेतन भोगी, हॉस्टलर्स आदि की पहचान और मतदान के लिए उन्हें प्रेरित करना।