Jabalpur News: गुप चुप तरीके से चल रही वेटरनरी यूनिवर्सिटी के विखंडन की तैयारी
- डेयरी साइंस कॉलेज को वेटरनरी कॉलेज से अलग कर नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के अंतर्गत लाया जा सकता है।
- कॉलेज को वेटरनरी विश्वविद्यालय से अलग किया जाएगा तो स्पष्ट रूप से इस विश्वविद्यालय का विखंडन होगा।
Jabalpur News: प्रदेश के पहले वेटरनरी विश्वविद्यालय के विखंडन की साजिश रची जाने की आहट सुनाई देने लगी है। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने आरोप लगाया है कि भोपाल में जिन बैठकों में डेयरी साइंस एण्ड फूड टेक्नाेलॉजी कॉलेज जबलपुर से शिफ्ट कर उज्जैन में स्थापित करने हेतु प्रस्ताव भेजने को कहा गया था, उन्हीं बैठकों में यह भी चर्चा हुई है कि क्या डेयरी साइंस कॉलेज को वेटरनरी कॉलेज से अलग कर नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के अंतर्गत लाया जा सकता है। यानी वेटरनरी यूनिवर्सिटी के विखंडन की साजिश हो रही है।
संगठन के अध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपाण्डे का कहना है कि डेयरी साइंस कॉलेज उज्जैन में स्थापित करने का प्रस्ताव तो शासन को भेजा गया है, लेकिन इस कॉलेज को नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के अंतर्गत रखने संबंधी अभी कोई भी निर्णय नहीं हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चिंता व्यक्त की जा रही है कि डेयरी साइंस कॉलेज को वेटरनरी यूनिवर्सिटी से अलग करने की कोई साजिश तो नहीं है? अतः नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने प्रमुख सचिव, पशुपालन विभाग को पत्र भेजकर स्पष्ट किया कि ऐसे किसी भी प्रस्ताव काे जबलपुर की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
संगठन ने बताया कि वेटरनरी यूनिवर्सिटी के अधिनियम में स्पष्ट निर्देश है कि पशुचिकित्सा, मत्स्य पालन तथा संबंधित विषयों पर शैक्षणिक कार्य इसी विश्वविद्यालय में होंगे। चूँकि डेयरी साइंस यह संबंधित विषय है, इसी कारण इस कॉलेज को इसी विश्वविद्यालय में स्थापित करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन यदि इस कॉलेज को वेटरनरी विश्वविद्यालय से अलग किया जाएगा तो स्पष्ट रूप से इस विश्वविद्यालय का विखंडन होगा।