Jabalpur News: पूर्व में शहर के लिए मिल चुकी है स्वीकृति तो अब डेयरी साइंस कॉलेज दूसरी जगह क्यों

  • उठ रहे कई सवाल, संगठनों और लोगों ने कहा यह संस्कारधानी के साथ छल
  • पूर्व में डेयरी साइंस एवं फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज की स्थापना के लिए स्वीकृति मिल चुकी है
  • डेयरी साइंस एंड फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज कहाँ खुलेगा यह निर्णय प्रदेश सरकार को लेना है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-19 13:50 GMT

Jabalpur News: जबलपुर में वेटरनरी यूनिवर्सिटी है। यहाँ बड़ा डेयरी हब भी है। इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए जबलपुर में डेयरी साइंस एवं फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज की स्थापना की जानी थी। इसे लेकर वेटरनरी विवि द्वारा प्रस्ताव भी भोपाल भेजा गया था।

वर्ष 2019 में तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने उस प्रस्ताव पर न केवल स्वीकृति की मुहर लगा दी थी, बल्कि बजट का आवंटन भी कर दिया था। लेकिन अब इस सौगात को उज्जैन ले जाए जाने की कोशिशें हो रही हैं। इस पर प्रबुद्धजनों ने कई सवाल खड़े किए हैं।

उनका कहना है कि जब पूर्व में डेयरी साइंस एवं फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज की स्थापना के लिए स्वीकृति मिल चुकी है, तो फिर अब इसे दूसरी जगह क्यों ले जाया जा रहा है। यह जबलपुर के साथ अन्याय है। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शन मंच के डॉ. पीजी नाजपाण्डे ने बताया कि वेटरनरी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने डेयरी साइंस कॉलेज उज्जैन में स्थापित करने का प्रस्ताव बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट में पारित न करते हुए ही शासन को भेजा है, जबकि पूर्व में यह संस्थान जबलपुर में स्थापित होने की बात हो चुकी थी।

इसके लिए वेटरनरी यूनिवर्सिटी ने बोर्ड में प्रस्ताव भी पारित कर दिया था और इमलिया में 14 हेक्टेयर जमीन भी आवंटित की गई थी। इसके पश्चात प्रदेश के पशुपालन विभाग ने 64 करोड़ का डी.पी.आर. भी तैयार किया था।

शहर के हित की अनदेखी-

भारतीय वरिष्ठ नागरिक संघ के टीके रायघटक, सीनियर सिटीजन एसोसिएशन के सुभाष चंद्रा तथा केसी सोनी ने आरोप लगाया है कि वेटरनरी यूनिवर्सिटी ने जबलपुर को वंचित कर डेयरी साइंस कॉलेज उज्जैन में खोलने का प्रस्ताव भेजकर जबलपुर के साथ धोखा किया है।

शहर में 300 से ज्यादा डेयरियाँ

जानकारों का कहना है कि जबलपुर डेयरी हब है। यहाँ 300 से ज्यादा निजी डेयरियों का संचालन हो रहा है, प्रतिदिन 8 लाख लीटर से ज्यादा दुग्ध का उत्पादन होता है। यहाँ से मुंबई और पूना तक दुग्ध की सप्लाई है। डेयरी साइंस एवं फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज खुलने से वेटरनरी के छात्रों के साथ दुग्ध उत्पादकों को भी इसका लाभ मिलेगा।

डेयरी साइंस एंड फूड टेक्नोलॉजी कॉलेज कहाँ खुलेगा यह निर्णय प्रदेश सरकार को लेना है। जबलपुर, रीवा, और उज्जैन के नामों पर विचार चल रहा है। कुलपति होने के नाते मैं चाहूँगा कि यूनिवर्सिटी यहाँ है तो डेयरी साइंस कॉलेज भी जबलपुर में ही खुले।

- प्रो. मनदीप शर्मा, कुलपति नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय

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