Jabalpur News: रिंग रोड के आसपास 2 से 3 लाख रुपए एकड़ में हो रही रजिस्ट्री
- हकीकत में लाखों रुपए एकड़ में हो रहा सौदा
- सरकारी गाइडलाइन को बढ़ाने पर जोर, 100 से 75 फीसदी तक दरें बढ़ाने का प्रस्ताव
Jabalpur News: चाैंकाने वाली बात है कि बरेला, बरगी और आसपास के क्षेत्रों में जहाँ से रिंग रोड गुजर रही है। वहाँ के गाँवों में वैसे तो जमीन के रेट लाखों रुपए एकड़ है लेकिन सरकारी गाइड लाइन में 2 से 3 लाख रुपए एकड़ दर्ज है और इसी दाम पर रजिस्ट्री हो रही है, जबकि खरीददार इससे कई गुना अधिक पर जमीन खरीद रहे हैं।
यही कारण है कि साल में दूसरी बार सरकारी गाइडलाइन को बढ़ाने पर जोर दिया गया। मेडिकल कॉलेज के आसपास के क्षेत्रों में भी ऐसा ही हाे रहा था। इसलिए यहाँ करीब 75 फीसदी रेट बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है। यही हाल जिले के बहुत सारे क्षेत्रों का है।
राज्य शासन के निर्देश पर जिला पंजीयक कार्यालय ने सरकारी गाइडलाइन को साल में दूसरी बार बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। इसके तहत मंगेला, कैलवास, बिल्हा, शहपुरा, जमुनिया, बसनिया, लोहारी, ब्यौहारी, बरेला, कोसमघाट, कटियाघाट, मेडिकल, मोहनिया, तेवर के साथ ही कई अन्य क्षेत्रों में सरकारी गाइडलाइन को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है।
जानकारों का कहना है कि मेडिकल के आसपास के कई क्षेत्रों में 75, कटियाघाट के आसपास भी 75, ब्यौहारी में 100, मोहनिया में 50, तेवर में 54 प्रतिशत से अधिक रेट बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है। इस प्रकार कुल करीब 190 लोकेशन की सरकारी गाइडलाइन बढ़ाई जाएगी।
1-1 करोड़ रुपए से ज्यादा में बिक रहीं जमीनें
बताया जाता है कि जहाँ सरकारी गाइडलाइन 30 लाख रुपए एकड़ है, वहाँ 1-1 करोड़ रुपए में सौदे हो रहे हैं। ऐसे में सरकार को नुकसान उठाना पड़ रहा है। रिंग रोड पर तो बहुत अधिक अंधेरगर्दी है, वहाँ की अधिकांश जमीनें सरकारी दर से कई गुना अधिक पर बिक रही हैं, लेकिन सरकार को कम राजस्व प्राप्त हाे रहा है।
यही वजह है कि अब 2024-25 की शेष अवधि की गाइडलाइन के लिए जिला मूल्यांकन समिति द्वारा अनुमोदित प्रस्ताव सुझाव हेतु जिला पंजीयक कार्यालयों में अवलोकन के लिए रखे गए हैं। कार्यालयीन दिवस में दोपहर 1 बजे तक नागरिक अपने सुझाव प्रस्तुत कर सकते हैं।