Jabalpur News: 14 चार्जिंग स्टेशनों को बिजली कंपनी का नोटिस
- शहर में 20 हजार से अधिक ईवी वाहन सड़क पर दौड़ रहे
- मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने ईवी चार्जिंग को लेकर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है।
- बड़े शहरों में यह देखा जाएगा कि ई-रिक्शा या दूसरे ईवी वाहन किन जगहों पर चार्ज हो रहे हैं
Jabalpur News: पूर्व क्षेत्र बिजली कंपनी शहर में दौड़ रहे इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को लेकर रणनीति बना रही है। शहर में करीब 20 हजार से ज्यादा ईवी वाहन दौड़ रहे हैं लेकिन चार्जिंग स्टेशन सिर्फ 19 हैं। इनमें से केवल पाँच स्टेशन वैध हैं। 14 अन्य चार्जिंग स्टेशन संचालक को नोटिस जारी कर नियमानुसार कनेक्शन लेने को कहा गया है।
इस संबंध में मैदानी अमले को कार्रवाई के लिए कहा गया है। जानकारी के अनुसार घरेलू उपभोक्ता और ईवी चार्जिंग के लिए अलग-अलग टैरिफ हैं। अधीक्षण यंत्री संजय अरोरा ने बताया कि ईवी चार्जिंग का टैरिफ घरेलू उपभोक्ता से भी कम है।
औसत 6.34 रुपए प्रति यूनिट खर्च होता है इसमें फिक्स चार्ज और अन्य तरह के शुल्क भी नहीं लगते। घरेलू उपभोक्ता अपना निजी ईवी वाहन घरेलू कनेक्शन से चार्ज कर सकता है लेकिन सार्वजनिक रूप से वाहनों की चार्जिंग के लिए अलग कनेक्शन लिया जाना आवश्यक है। कंपनी अफसर ऐसे सार्वजनिक पाॅइंट्स को चिन्हित कर रहे हैं जो वाहन चार्ज के लिए इस्तेमाल हो रहे हैं।
पायलट प्रोजेक्ट शुरू
मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने ईवी चार्जिंग को लेकर पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसकी शुरुआत गाडरवारा से की गई है, लेकिन जल्द पूरे कंपनी क्षेत्र में इसे लागू किया जाएगा। खासतौर उन जिलों की जानकारी बारीकी से जुटाई जाएगी, जहाँ सब्सिडी वाले उपभोक्ताओं की संख्या ज्यादा है।
बड़े शहरों में यह देखा जाएगा कि ई-रिक्शा या दूसरे ईवी वाहन किन जगहों पर चार्ज हो रहे हैं, क्योंकि इन जगहों पर चार्जिंग स्टेशन बने हुए हैं।