एयरपोर्ट की भव्य बिल्डिंग शहर के लिए बड़ी सौगात, विकसित महानगरों की श्रेणी में शामिल हुआ जबलपुर
मप्र के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल सहित, पीडब्लूडी मंत्री राकेश सिंह, विधायक सहित अन्य रहे मौजूद
डिजिटल डेस्क जबलपुर।डुमना एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के साथ ही नवनिर्मित टर्मिनल भवन का रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल लोकार्पण किया गया। यहाँ साढ़े चार सौ करोड़ रुपए खर्च करके एयरपोर्ट को सर्वसुविधायुक्त बनाया गया है। श्री मोदी ने डुमना एयरपोर्ट के साथ ही देश के 16 एयरपोर्ट के कार्य का शुभारंभ किया है।डुमना एयरपोर्ट पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मप्र के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि एयरपोर्ट की भव्य बिल्डिंग शहर के लिए गए बड़ी सौगात है। यहाँ विकास कार्य तेजी से हो रहे है। जबलपुर ही नहीं छोटे-छोटे शहरों में भी एयरपोर्ट बनाए जा रहे है। आने वाले समय में रीवा से भी हवाई उड़ान शुरू होगी। श्री शुक्ल ने कहा कि किसी काम को जमीन पर उतरने के लिए बहुत प्रयास की जरूरत होती है। जबलपुर महाकौशल का केंद्र है। यह शहर अब विकसित महानगरों की श्रेणी में शामिल हो गया है।
इस अवसर पर पीडब्लूडी मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि 2004 में जब मैं पहली बार लोकसभा से चुनकर आया था उस समय जबलपुर को बड़ा गाँव कहा जाता था, उसका बड़ा कारण यहाँ से मजबूत कनेक्टिविटी नहीं थी, उस समय छोटी सी हवाई पटटी में गाय चरा करती थी। यह शहर एयर कनेक्टिविटी की राह देख रहा था। इसके लिए प्रयास शुरू किए गए। उनके प्रयास से ही एयर डेक्कन की सेवाएं प्रारँभ हुई इसके बाद कई विमान कंपनियों ने हवाई सफर शुरू किया। जबलपुर कई शहरों से हवाई सेवा से जुड़ा। उन्होंने कहा कि 20 साल पहले जो सपना देखा था वह आज पूरा हो रहा है। आज एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भवन जो सामने है उसकी डिजाईन भी उन्होंने तैयार करवाई थी। यहाँ नाइट लैंडिंग भी संभव हो सकेगी।
श्री सिंह ने यह स्वीकार किया कि अभी फ्लाइट की कमीं है। मगर विश्वास मानिए जबलपुर से जितनी फ्लाइट होती थी वह सभी चालू होगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते तो जबलपुर एयरपोर्ट का यह नया स्वरूप भी नहीं होता। कार्यक्रम में उपस्थित राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने शहरवासियों को विकसित एयरपोर्ट की उपलब्धि के लिए बधाइ देते हुए कहा कि यह बात सही है कि सभी के प्रयासों से यह उपलब्धि मिल सकी है इसके लिए पूर्व सांसद श्री सिंह ने भी अथक प्रयास किए है। उन्होंने यह भी कहा कि 1920 में यह डिफेंस लैंड में शुरू हुआ था। इसमें काफी अडंगे थे, उस समय अजय नारायण मुश्रान के प्रयासों से आर्मी का अडंगा अलग हो सका था। आज हम सभी विकसित एयरपोर्ट का स्वरूप देख रहे है। समारोह को राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीक ने संबोधित किया। नई टर्मिनल भवन का किया निरीक्षण समारोह के उपरांत उपस्थित अतिथियों ने नवनिर्मित टर्मिनल भवन का निरीक्षण किया। यहाँ की व्यवस्थाएं भी देखी।
ये रहे उपस्थित-कार्यक्रम में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक सुशील इंदू तिवारी, अशोक रोहाणी, अभिलाष पांडे, संतोष बरकडे, नीरज सिंह, निगमाध्यक्ष रिंकुज विज, डा. जितेंद्र जामदार, आशीष दुबे, कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी आदित्य प्रताप सिंह, एयरपोर्ट डायरेक्टर वीके सूरी सहित एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी व सभी विमान कंपनियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे है।
-नए एयरपोर्ट में सुविधाओं का विस्तार:
- नई टर्मिनल बिल्डिंग में 13 चेक इन काउँटर्स होगे।
- फ्लायर्स टर्मिनल भवन से एयरोब्रिज के माध्यम से सीधे विमान तक पहुँचेंगे।
- एटीसी टॉवर, टैक्निकल ब्लॉक व फायर स्टेशन का निर्माण कराया गया।
- रनवे का एक्सटेंशन करते हुए उसे 2750 मीटर का बनाया गया।