विडंबना : लंबे समय से एक ही स्थान पर खड़े थे दोपहिया, आरपीएफ ने किए पुलिस के हवाले
पार्किंग पर खड़े लावारिस वाहनों के मालिकों का पता नहीं
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म क्रमांक-6 की ओर बनी पार्किंग पर लंबे समय से लावारिस हालत में खड़े करीब दो दर्जन दोपहिया वाहनों को आरपीएफ ने ट्रैफिक व सिविल लाइन पुलिस की मदद से सिविल लाइन थाने में खड़े करवा दिया। इसके साथ ही इनके मालिकों की खोज का काम भी जारी है, मगर अभी तक इन वाहन मालिकों का पता नहीं चल सका है। पिछले तीन से चार माह से ये वाहन इस पार्किंग पर खड़े थे। यहाँ का ठेका बदलने के बाद इन्हें हटाने की कार्रवाई की गई। वहीं इस मामले में रेल प्रशासन को इस बात की आपत्ति है कि आखिर आरपीएफ ने यहाँ से वाहन किस नियम के तहत अलग करवाए हैं। गुपचुप तरीके से इसकी भी जाँच की जा रही है।
गौरतलब है कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म क्रमांक-6 की ओर पूर्व में संचालित वाहन पार्किंग ठेका के दौरान यहाँ जो वाहन खड़े किए गए थे, उनमें से अधिकांश वाहन तो रोजाना वाले थे। इसके अलावा कुछ वाहन साप्ताहिक और मासिक दर भी खड़े किए जाते हैं। यहाँ वाहन खड़े करने के बाद बाकायदा उन्हें ठेका संचालक द्वारा पार्किंग टिकट तक दी जाती है।
छह माह पहले निरस्त हो चुका है ठेका
यहाँ पूर्व में संचालित होने वाला ठेका करीब 6 माह पूर्व रेल प्रशासन द्वारा निरस्त कर दिया गया है। कुछ दिन तक रेल प्रशासन द्वारा ही इसे संचालित किया गया। इसके बाद 3-4 माह के लिए अस्थाई रूप से किसी अन्य ठेकेदार को पार्किंग का जिम्मा सौंपा गया। बताया जाता है कि एक-डेढ़ माह पूर्व ही नई निविदा के बाद दिल्ली की एक फर्म को यहाँ की पार्किंग का ठेका दिया गया है। इस दौरान पहले से ही यहाँ खड़े वाहनों की जानकारी संबंधित ठेकेदार के पास न होने से इसे लावारिस स्थिति में मान लिया गया।
इनका कहना है
लंबे समय से यहाँ खड़े लावारिस वाहनों को सिविल लाइन पुलिस को सौंपा गया है। जिसके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। इसके बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
-अरुण कुमार त्रिपाठी, कमांडेंट आरपीएफ