विडंबना : तैयबअली चौक के ट्रैफिक सिग्नल बने मुसीबत, बच्चे परेशान, बना रहता है हादसों का खतरा, मूकदर्शक बने जिम्मेदार
स्कूल छूटते ही चौराहे पर मच जाती है अफरा-तफरी, जाम
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
चौराहों पर सिग्नल ट्रैफिक कंट्रोल के लिए लगाए जाते हैं, लेकिन शहर के कुछ चौराहों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर प्वाॅइंटों पर ट्रैफिक सिग्नल जाम का कारण बनते जा रहे हैं। सिग्नलों की देखरेख और यातायात व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस की है, लेकिन दोनों ही विभाग इस जिम्मेदारी को भूल चुके हैं। इसका जीता जागता उदाहरण तैयबअली चौक पर रोज देखा जा सकता है। वैसे तो सुबह से शाम तक इस चौराहे का यातायात अराजक हालत में ही रहता है, लेकिन दोपहर 1:30 से 2 बजे के बीच जब क्राइस्टचर्च स्कूल छूटता है, तो इस चौराहे का नजारा साँप-सीढ़ी के खेल की तरह दिखने लगता है।
लेफ्ट टर्न नहीं बने
शहर के दूसरे चौराहों की तरह तैयबअली चौक के किसी भी मार्ग पर लेफ्ट टर्न नहीं बनाए गए हैं। नौदरा ब्रिज से घंटाघर जाने वाले मोड़ पर पेट्रोल पंप है। वहीं इनकम टैक्स से नौदरा ब्रिज की तरफ जाने वाले रास्ते पर खुला नाला है। इसके अलावा दो अन्य रास्तों पर स्कूली ऑटो, वैन या दोपहिया-चारपहिया वाहन खड़े रहते हैं। जिसके कारण जाम लग जाता है।
स्कूल टाइमिंग पर मार्ग में लागू हो डायवर्सन
जानकारों का कहना है कि ट्रैफिक सिग्नल के हिसाब से यातायात व्यवस्था लागू करनी है तो सबसे पहले सड़कों का चौड़ीकरण होना चाहिए और लेफ्ट टर्न फ्री होने चाहिए। इसके अलावा स्कूल छूटने के दौरान मेट्रो बस, सवारी ऑटो और दूसरे वाहनों के लिए डायवर्सन व्यवस्था लागूू होनी चाहिए। इन वाहनों को नौदरा ब्रिज से बटालिया मार्ग के जरिए घंटाघर पहुँचाना चाहिए और हाईकोर्ट की तरफ से आने वाले वाहनों को पुल नंबर 2 से नागरथ चौक की तरफ डायवर्ट करना चाहिए।
लोग भी जागरूक नहीं
पुलिस और निगम प्रशासन की इस मामले में लापरवाही तो है ही, लेकिन आम लोग भी नियमों का पालन नहीं करते। बच्चों को जल्दबाजी में ले जाने की होड़ में लोग ट्रैफिक सिग्नल के रॉन्ग साइड से वाहन चलाते हैं।
सड़क भी सँकरी
तैयबअली चौराहे की सड़कें भी सँकरी हैं, जिसकी वजह से ट्रैफिक सिग्नल की टाइमिंग मैच नहीं हो पाती। घंटाघर की तरफ से आने वालों को नौदरा ब्रिज की तरफ जाने के लिए काफी मुश्किलें उठानी पड़ती हैं। इसी तरह नौदरा ब्रिज से घंटाघर जाने में भी काफी परेशानी होती है।