विडंबना : 4 एकड़ के एरिया में चारों ओर अवैध कब्जे, सफाई के विशेष अभियानों में भी यह बाजार सफाई से रहता है अछूता

लटकारी पड़ाव सब्जी बाजार में हर तरफ अराजकता स्मार्ट बाजार का सपना दिखाने वाले वापस नहीं लौटे

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-19 12:46 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

लटकारी पड़ाव सब्जी बाजार को शहर का मुख्य सब्जी बाजार माना जाता है। इस बाजार को बीते चार-पाँच दशकों में अनेक बार विकसित या नया रूप देने का दावा किया गया लेकिन यह अब आधी सदी पुराने हालातों में है। हाल ही में इसको स्मार्ट बाजार बनाने की बात तक हुई लेकिन सब कुछ अनदेखी भरे अंदाज में भुला दिया गया।

अब ताजे हालात इस बाजार के ऐसे हैं कि इसमें हर तरफ कब्जों की होड़ है तो दूसरी ओर गंदगी से आम आदमी यहाँ परेशान हैं। शाम के वक्त जब बाजार बंद होता है तो इस बाजार से निकलने में गंदगी से बैचेनी महसूस होती है। नगर निगम पर क्षेत्र के व्यापारी और जनता आरोप लगाती है कि निगम के अधिकारी सिर्फ और सिर्फ बैठकी वसूली पर ध्यान देते हैं उन्हें इस बाजार की मूलभूत समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है।

एक नजर इस पर भी

कुल 18 चबूतरे हैं मुख्य बाजार में।

परचून के एरिया को मिलाकर एरिया 7 एकड़।

सब्जी के लिए आरक्षित एरिया 4 एकड़।

कुल 400 से 500 दुकानें लगती हैं।

इनमें से ज्यादातर दुकानों के सड़कों पर कब्जे।

घरों के सामने के हिस्से किराए पर दिए जाते हैं।

30 सफाईकर्मी मौके पर एक भी नहीं

अकेले बाजार के हिस्से में नगर निगम ने 30 सफाई कर्मचारी तैनात किए हैं। इन कर्मियों को सुबह बाजार खुलने से पहले नालियों को साफ करना चाहिए, गंदगी कहीं न दिखे इसको लेकर पूरी मुस्तैदी से सफाई करनी चाहिए पर दुकानदारों का आरोप है कि मुश्किल से 8 से 10 कर्मी ही मौके पर देखे जाते हैं। नगर निगम का बाजार विभाग और उसके अधिकारी सफाई के विशेष अभियानों में भी इस बाजार में सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं। शाम को सब्जियाँ सड़कों तक पर फेंकी जाती हैं पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।

कब्जे ऐसे कि एम्बुलेंस तक नहीं आ पाती

पड़ाव एरिया में रहने वाले लोगों का कहना है कि पांडे चौक से आगे बाजार के हिस्से में जैसे ही प्रवेश करते हैं तो बीच सड़क में सब्जी दुकानें लगा दी जाती हैं। कब्जों की वजह से शाम हो या फिर दोपहर किसी समय भी जाम लगा रहता है। शंकर मंदिर के नजदीक कब्जे ऐसे हैं कि इस हिस्से में एक एम्बुलेंस के प्रवेश लायक तक जगह नहीं बच पाती है। जनता अस्थाई कब्जों से खासी परेशान है।

अवैध वसूली बड़ी समस्या

इस हिस्से में साइकिल स्टैंड लगाकर अवैध वसूली की जाती है। जो सब्जी लेने आते हैं वे दोपहिया वाहनों को रखने का 20 रुपए तक चार्ज देते हैं। इसी तरह घरों के सामने की सड़क को दुकानों के लिए बेच दिया जाता है। एक तरह से अवैध वसूली इस हिस्से की बड़ी समस्या है जिससे मूल व्यापारी परेशान हैं। उनका कहना है कि इस पर अंकुश लगना चाहिए जिससे जनता को मार्ग में जो परेशानी है उससे निजात मिल सके।

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