22 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 67 इकाइयों का लोकार्पण और भूमिपूजन
मुख्यमंत्री ने कहा-मध्यप्रदेश में हीरे मिलते हैं, उन्हें प्रदेश में ही तराशने का काम भी शुरू होगा
डिजिटल डेस्क जबलपुर। शनिवार को यहाँ आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 22 हजार करोड़ रुपयों के निवेश प्रस्ताव आए। इसके जरिए 13 हजार से अधिक रोजगार पैदा होंगे। जबलपुर में टेक्सटाइल का अत्याधुनिक स्किल सेंटर बनाया जाएगा। वहीं 600 करोड़ रुपयों से आयुध वाहनों के निर्माण का करार हुआ। ऐसा नहीं कि केवल जबलपुर को इस कॉन्क्लेव से लाभ हुआ बल्कि सबसे अधिक 1500-1500 सौ करोड़ का निवेश भोपाल और दमोह को मिला, 1 हजार 25 करोड़ का निवेश छिंदवाड़ा को मिला। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस कॉन्क्लेव को सफल बताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में हीरे मिलते हैं, उन्हें प्रदेश में ही तराशने का काम भी शुरू होगा। आपने कहा कि उद्योगपति बताएँ उन्हें क्या चाहिए। हम हर सुविधा देंगे और आने वाले समय में मध्यप्रदेश को उद्योगों के लिए सबसे बेहतर जगह बनाएँगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सुभाष चंद्र बोस कल्चरल एंड इन्फॉर्मेशन सेंटर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का उद््घाटन िकया और उद्योगों से जुड़ीं महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं। कॉन्क्लेव में देश-विदेश के अनेक प्रमुख उद्योगपति शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि टेक्सटाइल क्षेत्र में अति आधुनिक स्किल सेंटर की शुरुआत की जाएगी, जिससे विशेष रूप से बहनों को रोजगार प्राप्त होगा। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से अनेक जन प्रतिनिधि इस कार्यक्रम से जुड़े। अब यहाँ टैंक का िनर्माण भी होगा - कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 600 करोड़ के निवेश के लिए अशोक लीलैंड और आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड के बीच करार हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में रक्षा संस्थान के लिए अब तक तोप निर्माण का कार्य होता रहा है। अब यहाँ सेना के लिए टैंक भी बनाए जाएँगे। प्रदेश में 16 औद्योगिक पार्क के माध्यम से कुल 517 लघु, मध्यम और सूक्ष्म उद्योगों द्वारा पौने 6 हजार करोड़ का निवेश किया गया। जिसका लाभ 20 हजार लोगों को रोजगार के रूप में मिला है।
मुख्य बिंदु
- उद्योगों के लिए प्रदेश को सबसे बेहतर जगह बनाएँगे: मुख्यमंत्री
- 4 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने की भागेदारी
- 700 से अधिक बॉयर-सेलर मीट - 6 देशों और 15 प्रदेशों की हिस्सेदारी
- 30 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों एवं उद्योग संगठनों के बीच चर्चा - स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना से 3 करोड़ की वित्तीय सहायता।