योगा के लिए भी दिलचस्पी कम हुई, दाखिले के लिए रादुविवि में आए 1815 आवेदन
सर्टिफिकेट कोर्स में बेरुखी, लॉ और कृषि में रुझान
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
वक्त और डिमांड के साथ-साथ कई विषयों में विद्यार्थियों की दिलचस्पी घटती-बढ़ती जा रही है। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में नए सत्र में प्रवेश के लिए जो आवेदन आए हैं उनसे साफ जाहिर हो रहा है कि छात्रों की डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के प्रति दिलचस्पी कम हुई है। वहीं लॉ और कृषि जैसे सब्जेक्ट पर छात्रों का रुझान बढ़ा है। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए 15 जुलाई की अंतिम तिथि बीत जाने के बावजूद कई विभागों में आवेदन सीट के बराबर भी नहीं आ सके हैं। गौर करने वाली बात यह है कि इस बार कृषि और लाॅ में सबसे ज्यादा विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। बीएएलएलबी के बाद एलएलएम में प्रवेश बंद कर दिया गया है लेकिन अन्य सीटों को भरने के लिए प्रवेश की प्रक्रिया को 31 जुलाई तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है। इधर प्रवेश समिति के अध्यक्ष प्रो. शैलेष चौबे का कहना है कि प्रवेश को लेकर अंतिम तिथि को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया जा रहा है। प्रयास है कि 31 जुलाई तक प्रवेश की प्रक्रिया को रखा जाए।
पढ़ाई का बदलता पैटर्न
शार्ट टर्म कोर्स में कमी - मौजूदा ट्रेंड पर गौर किया जाए तो डिप्लोमा और सर्टिफिकेट जैसे शार्ट टर्म कोर्स में काफी कम आवेदन हैं।
पिछले कुछ वर्षों से योग विषय की अच्छी खासी डिमांड रही है। मौजूदा ट्रेंड में वह भी इस बार कम नजर आई है।
बीएएलएलबी आनर्स की माँग सबसे ज्यादा है। यहाँ पर 430 से ज्यादा आवेदन पहुँच चुके हैं जबकि सीट सिर्फ 60 ही हैं।
बीएससी कृषि में एन्ट्रेंस एग्जाम
विवि प्रशासन को बीएससी कृषि में अभी तक 186 आवेदन मिल चुके हैं जबकि सीट 60 ही हैं। इसके लिए प्रवेश पूर्व परीक्षा का निर्णय लिया गया है।
430 आवेदन बीएएलएलबी के
विवि में अभी तक 1825 ऑनलाइन आवेदन मिल चुके हैं। इसमें 430 सिर्फ बीएएलएलबी आनर्स के लिए ही हैं।
इसके अलावा अन्य पाठ्यक्रमों में कम ही आवेदन हैं। प्रशासन ने एलएलएम के लिए भी पर्याप्त पंजीयन होने के बाद प्रवेश बंद कर दिया है।
एमए योगा के लिए 39 आवेदन ही पहुँचे हैं। जबकि सर्टिफिकेट कोर्स के लिए महज 6 आवेदन आए हैं। वहीं पीजी डिप्लोमा इन योगा के लिए 27 आवेदन हासिल हुए हैं।