ग्वारीघाट में असुरक्षा बढ़ी, कैमरे लम्बे समय से खराब, जहाँ हजारों लोग पहुँच रहे वहाँ पर भी ध्यान नहीं दे रहे अफसर
नर्मदा तट के सीसीटीवी कैमरे महीनों से बंद, लगाने के बाद भूले जिम्मेदार
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
नर्मदा तट ग्वारीघाट में रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर-दूर से स्नान के लिए पहुँचते हैं। इसके अलावा विभिन्न पर्वों एवं त्योहारों पर तो यह संख्या हजारों और लाखों तक में पहुँच जाती है। इसे देखते हुए सुरक्षा के बेहतर प्रबंध होने चाहिए, लेकिन नर्मदा तटों पर ऐसा कुछ भी नहीं दिख रहा है। बड़ी रकम खर्च करके यहाँ लगाए गए सभी आधा दर्जन सीसीटीवी कैमरे लम्बे समय से बंद पड़े हुए हैं। इसके बावजूद नगर निगम एवं पुलिस विभाग से जुड़े जिम्मेदार पूरी तरह से मूकदर्शक बने हुए हैं। जिसके कारण चोरी, उठाईगिरी एवं महिला श्रद्धालुओं के साथ छेड़खानी जैसी वारदातें लगातार बढ़ती जा रही हैं। प्रमाण के अभाव में इन पर किसी तरह की कार्रवाई भी नहीं हो पा रही है।
नगर निगम ने लगवाए थे सीसीटीवी कैमरे
जानकारों की मानें तो ग्वारीघाट में आज से कुछ वर्ष पूर्व पुलिस विभाग से चर्चा के उपरांत नगर निगम ने आधा दर्जन सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। ये तीसरी आँख उमाघाट, सिद्धघाट, नाग मंदिर के पास, चौराहे एवं पार्किंग वाली जगह पर लगाई गई थी। जिस समय ये कैमरे यहाँ लगाए गए थे, तब शुरुआती कुछ दिनों तक तो इनका नियमित मेंटेनेंस होता रहा, लेकिन जल्द ही संबंधित जिम्मेदार लापरवाह हो गए और यही वजह है कि मौजूदा समय में एक भी कैमरा चालू हालत में नहीं है।
श्रद्धालुओं को सता रहा असुरक्षा का भय
सीसीटीवी कैमरे बंद होने से यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को असुरक्षा का भय सताने लगा है। यही वजह है कि वे स्नान करने के दौरान अपने कपड़े, पर्स एवं अन्य जरूरी सामानों को तट पर रखना उचित नहीं समझते अथवा अपने किसी परिजन को बेशकीमती सामग्री की सुरक्षा करने के लिए किनारे पर बैठाकर जाते हैं। इन श्रद्धालुओं का भय इसलिए भी अधिक बढ़ जाता है, क्योंकि नगर निगम एवं पुलिस विभाग के जिम्मेदार नियमित रूप से यहाँ जायजा लेने के लिए कभी नहीं पहुँचते और इसलिए ग्वारीघाट में असामाजिक तत्वों का हमेशा बोलबाला बना रहता है।
पूरी तरह बेखौफ हैं असामाजिक तत्व
ग्वारीघाट में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे बंद होने के कारण यहाँ आने वाले असामाजिक तत्वों के हौसले खासे बुलंद हैं। प्रतिदिन वे यहाँ आने वाली महिला श्रद्धालुओं के साथ छेड़खानी करने से लेकर दोपहिया वाहनों की चोरी करने, बड़े वाहनों की बैटरी चुराने, श्रद्धालुओं के कपड़े एवं बैग गायब करने के साथ भीड़ होने पर जेबकतरी करने से भी पीछे नहीं रहते। बीते दिवस रामपुर निवासी एक व्यक्ति की पार्किंग में खड़ी बाइक चोरी हो गई, लेकिन तमाम सीसीटीवी कैमरे खराब होने के कारण चोरों का कोई भी सुराग नहीं लग सका।
शिकायतों के बावजूद नहीं हुआ सुधार
इस संबंध में सुजीत अवस्थी, डॉ. कल्पना मिश्रा, भगवती बाजपेई, दीपक ठाकुर, आशीष, वीरेन्द्र बारी एवं अभिषेक मिश्रा आदि का आरोप है कि सीसीटीवी कैमरे बंद होने की अनेक बार लिखित एवं मौखिक शिकायतें संबंधित अधिकारियों से उन्होंने की हैं, लेकिन इसके बावजूद किसी ने भी इस समस्या की ओर उचित ध्यान नहीं दिया। यही कारण है कि कैमरे तो लगे हुए हैं लेकिन उनमें खराबी होने के कारण वे सिर्फ शो-पीस ही अधिक नजर आ रहे हैं।
नर्मदा तट पर लगे कुछ कैमरे अब चालू हो गए हैं। हमने यहाँ पर कुछ नए कैमरे लगवाने के लिए प्रस्ताव भी भेजा है और नियमित गश्त के कारण श्रद्धालुओं के वाहन व अन्य सामग्रियों के चोरी होने संबंधी वारदातों में कमी भी आई है।
-भूमेश्वरी चौहान, टीआई ग्वारीघाट थाना