पहले पर्चे में पूरे सैटअप की परीक्षा, बच्चों को जूते-मोजे उतारने पड़े, थानों से लेकर एग्जाम रूम तक हाई सिक्योरिटी में रहे पेपर
माशिमं की बोर्ड परीक्षा का 10वीं के हिन्दी के पर्चे के साथ हुआ आगाज, परीक्षा कुंभ में शामिल हुए 25,642 परीक्षार्थी
डिजिटल डेस्क जबलपुर। भले पर्चा सिर्फ बच्चों ने हल किया लेकिन परीक्षा के दौर से पूरा सैटअप गुजरा। बीते साल से सबक लेते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कदम-कदम पर एहतियात बरती। सोमवार को कलेक्ट्रेट से आए प्रतिनिधि के साथ थाने से पेपर लिए गए और हाई सिक्योरिटी के साथ परीक्षा केंद्र के कक्ष तक पहुँचाए गए। हर स्टेप में बोर्ड की लॉगइन पर ऑनलाइन सेल्फी अपलोड की गई। दूसरी तरफ एग्जाम रूम में दाखिल होने से पहले परीक्षार्थियों की न केवल सख्ती से चैकिंग हुई बल्कि जूते-मोजे तक उतरवा लिए गए। बहरहाल, पेपर खत्म होने के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों और परीक्षार्थियों के चेहरे पर तसल्ली की मुस्कान नजर आई। माध्यमिक शिक्षा मंडल की शुरुआत दसवीं क्लास के हिन्दी के पेपर के साथ हुई। सुबह 9 से दोपहर 12 तक हिंदी का पेपर लिया गया। जबलपुर में दसवीं क्लास के 25,642 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। वहीं 571 छात्र अनुपस्थित रहे। परीक्षा केंद्र के गेट के साथ-साथ क्लास में भी छात्रों की तलाशी ली गई। उसके बाद ही क्लास के अंदर प्रवेश दिया गया। कक्षा 12वीं की परीक्षा आज मंगलवार से हिन्दी के प्रश्न पत्र के साथ शुरू हो रही है। इसमें नियमित 17327 व प्राइवेट 2142 छात्र-छात्राएँ बैठेंगे।
केंद्राध्यक्ष को भी फोन की इजाजत नहीं-
परीक्षा केंद्र में कलेक्टर के प्रतिनिधि को छोड़कर केंद्राध्यक्ष तथा सहायक केंद्राध्यक्ष सहित किसी को भी मोबाइल फोन रखने की इजाजत नहीं दी गई। मोबाइल लेकर पहुँचने पर ऐसे केंद्राध्यक्षों को फोन सील बंद कर उन्हें रिसीविंग दी गई।
एडमिट कार्ड में फोटो नहीं, छात्र परेशान-
कुछ विद्यार्थियों के एडमिट कार्ड में फोटो नहीं थी। जिसके कारण परीक्षार्थी परेशान भी दिखाई दिए। थोड़ी देर तक प्रश्न पत्र हल करने से भी रोका गया। जानकारी के अनुसार ऐसे कुछ मामले पं. लज्जा शंकर झा स्कूल में देखने को मिले। हालाँकि संकुलाध्यक्ष ने अटेंडेंस शीट से परीक्षार्थी की फोटो और साइन को क्रॉस चैक कर छात्रों को पेपर में शामिल होने दिया। ऐसे परीक्षार्थियों को अपने साथ आईडी कार्ड लाने के निर्देश दिए गए।