माफिया बेखौफ: उमरिया-डुंगरिया के पहाड़ में जमकर हो रहा अवैध खनन
- औद्योगिक क्षेत्र के समीप की जा रही खुदाई
- गायब हो गया पहाड़ी का निचला हिस्सा
- केवल देख लेने की बात करते हैं अधिकारी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। खनिज विभाग के अधिकारियों से लेकर चपरासी तक को इस बात की जानकारी है कि जिले के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र उमरिया-डुंगरिया में जमकर मुरुम का अवैध उत्खनन हो रहा है।
यहाँ के सेमरा गाँव के पहाड़ काे कुतरा जा रहा है और वह दिन दूर नहीं जब पहाड़ पूरी तरह डम्परों के साये में गायब हो जाएगा। एनजीटी से लेकर तमाम मशीनरी जंगल, पहाड़ और नदियों को बचाने की बात करते हैं लेकिन जब लोग चीख-चीखकर यह बताते हैं कि फलां जगह जंगल, पहाड़ और नदियों को गायब किया जा रहा है तो सब अपनी आँखों और कानों को बंद कर लेते हैं।
चरगवाँ रोड के औद्योगिक क्षेत्र उमरिया-डुंगरिया में जमकर अवैध उत्खनन किया जा रहा है। डम्परों और हाइवा के जरिए हार्ड मुरुम और अन्य खनिज धड़ल्ले से निकाले जा रहे हैं।
रोजाना सैकड़ों डम्पर यहाँ की सड़कों को रौंद रहे हैं और पहाड़ी का निचला हिस्सा गायब हो चुका है। यह मुरुम सड़कों से लेकर काॅलोनी निर्माण तक पहुँच रही है। खनिज विभाग का साफ कहना है कि सेमरा में मुरुम की कोई खदान नहीं है फिर भी यहाँ उत्खनन जारी है।
सबसे बड़ी बात की एक पहाड़ को गायब किया जा रहा है और कोई आह तक नहीं निकल रही है। ऐसा ही जारी रहा तो आने वाले दिनों में उमरिया-डुंगरिया का पूरा नक्शा ही बदल जाएगा।
दबंगों पर नहीं हुई कार्रवाई
जानकारों का कहना है कि अवैध खनन का यह कार्य चूंकि करोड़ों रुपयों का है और कई दबंग इससे जुड़े हुए हैं यही कारण है कि अभी तक कार्रवाई तो दूर जाँच तक नहीं हुई और कोई खनिज अधिकारी मौके पर पहुँचा ही नहीं।
दबंगों का ऐसा खाैफ है कि आसपास रहने वाले कुछ बताते तक नहीं हैं। यह अलग बात है कि इस मामले की गुपचुप तरीके से कलेक्टर से शिकायत की गई है।
पर्यावरण को हो रहा भारी नुकसान
बताया जाता है कि जिस प्रकार रोजाना सैकड़ों डम्पर मुरुम का अवैध उत्खनन हाे रहा है उससे ग्रामीण क्षेत्र के पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। यहाँ उठ रही धूल और और वाहनों के धुएँ के कारण पूरे दिन धुंध जैसा वातावरण रहता है।
आसपास के रहवासी बताते हैं कि उन्हें कई मर्तबा आँखों में जलन होती है और साँस लेने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
मुख्यमंत्री बोले अवैध उत्खनन रोको
बताया जाता है कि सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में प्रमुख सचिव खनिज एवं राजस्व द्वारा तैयार प्रजेंटेशन देखा और मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध खनन पर प्रभावी नियंत्रण के लिए रणनीति बनाकर कार्य किया जाए।
खनिजों का अवैध उत्खनन रोकने का कार्य हर हाल में किया जाए। अवैध खनन प्रकरणों में सख्त कार्रवाई की जाएगी तभी पूरी तरह नियंत्रण होगा।