जबलपुर: विंध्याचल एक्सप्रेस के पहिए थमने से टूट जाएगा इटारसी से सागर के बीच 28 स्टेशनों का संपर्क
- अप-डाउनर्स के अलावा बड़ी संख्या में इलाज कराने जबलपुर आने वाले करते हैं इस ट्रेन का उपयोग, बढ़ी परेशानी
- जबलपुर से बड़ी संख्या में लोग पचमढ़ी जाने के लिए भी विंध्याचल एक्सप्रेस ट्रेन को ही चुनते हैं।
- इटारसी से सागर के बीच के करीब 28 छोटे स्टेशनों का संपर्क टूट सा जाएगा।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रेलवे ने जबलपुर मंंडल के कटनी-बीना सेक्शन के मालखेड़ी स्टेशन पर निर्माण कार्य के चलते गाड़ी संख्या 11271 इटारसी-भोपाल विंध्याचल एक्सप्रेस को 16 जून से 10 जुलाई यानी एक माह के लिए रद्द कर दिया है।
इस ट्रेन के रद्द होने से न केवल एक या दो बल्कि इटारसी से सागर के बीच के करीब 28 छोटे स्टेशनों का संपर्क टूट सा जाएगा। इन स्टेशनों के लोगों की परेशानी बढ़ जाएगी। खासकर आसपास के जिलों के छोटे स्टेशनों के अप-डानउर्स और जबलपुर आकर इलाज कराने वालों का एक सुलभ साधन छिन जाएगा।
जानकारों का कहना है कि जब निर्माण कार्य मालखेड़ी स्टेशन पर किया जाना है तो इस ट्रेन को इटारसी से भोपाल के बीच निरस्त करना जरूरी नहीं था, बल्कि आंशिक रूप से निरस्त कर इसे सागर से जबलपुर होते हुए इटारसी और इटारसी से वापस जबलपुर हाेते हुए सागर तक चलाया जा सकता था।
गौरतलब है कि गाड़ी संख्या 11271 इटारसी-भोपाल विंध्याचल एक्सप्रेस भोपाल से इटारसी के बीच चलने वाली अप-डाउनर्स की पसंदीदा ट्रेन है। इससे रोजाना सैकड़ों अप-डाउनर्स सफर करते हैं। लोगों का मानना है कि यह पश्चिम मध्य रेल जबलपुर मंडल के बीच ही चलती है, जिसके चलते इसे मालखेड़ी से आगे के स्टेशन तक निरस्त किया जाना था।
रेलवे जीएम पहल करें तो इन क्षेत्रों के लोगों को मिलेगी राहत
बताया जाता है कि अगर विंध्याचल एक्सप्रेस को सागर से इटारसी के बीच चलाया जाता है तो करीब 520 किमी के दायरे में आने वाले मकरोनिया, गनेशगंज, दमोह, बांदकपुर, कटनी मुड़वारा, स्लीमनाबाद, सिहोरा रोड, गोसलपुर, देवरी, जबलपुर, मदन महल, भेड़ाघाट, भिटौनी, श्रीधाम, करकबेल, नरसिंहपुर, करेली, गाडरवारा, बनखेड़ी, पिपरिया, सोहागपुर व इटारसी सहित अन्य छोटे स्टेशनों के लोगों काे एक सुविधा और राहत भरा रेल सफर मिल सकता है।
इन क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने जबलपुर आते हैं। कम समय और कम दर में यात्रियों काे आसान सफर मिलने से वे विंध्याचल एक्सप्रेस को ज्यादा पसंद करते हैं। इसके अलावा जबलपुर के आसपास के स्टेशनों से अप-डाउनर्स भी इसी ट्रेन से सफर करते हैं।
पश्चिम मध्य रेल की महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय चाहें तो इस ट्रेन को सागर से इटारसी के बीच चलाने रेलवे अधिकारियों को निर्देशित कर सकती हैं इससे इतने सारे स्टेशनों के इस ट्रेन के जरिए यात्रा करने वाले सैकड़ों लोगों काे राहत मिल सकती है।
पचमढ़ी जाने विंध्याचल पहली पसंद
बताया जाता है कि जबलपुर से बड़ी संख्या में लोग पचमढ़ी जाने के लिए भी विंध्याचल एक्सप्रेस ट्रेन को ही चुनते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि जबलपुर से सुबह 7.30 बजे रवाना होने के बाद 10.30 बजे यात्री पिपरिया पहुँच जाते हैं और फिर यहाँ सेे पचमढ़ी जाने के लिए स्टेशन के बाहर ही वाहन मिल जाते हैं।
जिससे लोगों को ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ता। मगर अब एक माह के लिए विंध्याचल एक्सप्रेस इस रूट पर नहीं चलेगी जिसके चलते सैकड़ों लोगों की परेशानी बढ़ जाएगी।