जबलपुर: फर्जी अंक सूची से पाई नौकरी, 30 साल बाद हुआ खुलासा

  • बेलबाग पुलिस ने जाँच रिपोर्ट के आधार पर दर्ज किया मामला
  • करीब 30 साल तक नौकरी करने के बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-05 13:51 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बेलबाग थाना क्षेत्र स्थित संयुक्त संचालक लोक शिक्षण विभाग में भृत्य के पद पर एक महिला की नौकरी फर्जी अंकसूची के आधार पर लगी थी। करीब 30 साल तक नौकरी करने के बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।

जिला शिक्षा अधिकारी की जाँच रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा उजागर होने पर रविवार को महिला के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संभाग जबलपुर में अनीशा बेगम की नियुक्ति 8 मई 1995 को भृत्य के पद पर हुई थी।

महिला द्वारा 30 साल की नौकरी पूरी करने के बाद हाल ही में ही यह शिकायत की गई कि उक्त महिला की अंकसूची फर्जी है। शिकायत की जाँच करते हुए अधिकारियों ने अनीशा बेगम से पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि वह निराक्षर है। उसकी बातों को सुनकर अधिकारी सन्न रह गए।

इसके बाद अंकसूची की जाँच करने पर पता चला कि पाँचवीं की अंकसूची में उसकी जन्म तिथि 11 जून 1964 थी और आठवीं की अंकसूची में जन्मतिथि 7 जुलाई 1965 थी।

अंकसूची की जाँच में खुलासा

विभाग द्वारा अंकसूची की जाँच करने पर खुलासा हुआ कि दो साल में पाँचवीं व आठवीं कक्षा पास की गई, वहीं पाँचवीं कक्षा में महिला के स्वाध्यायी छात्र होने व आठवीं की अंकसूची में केंद्राध्यक्ष के स्थान पर प्राचार्य जनता स्कूल पसियाना जबलपुर की पद मुद्रा सहित हस्ताक्षर थे।

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