जबलपुर: अधिकांश क्षेत्रों में नहीं पहुँचे कचरा वाहन, नागरिक हलाकान

  • निगम ने कंपनी को किया एक महीने का वेतन भुगतान
  • आज काम पर लौट सकते हैं कर्मचारी
  • नगर निगम ने डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए 203 वाहन उतारे

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-09 08:38 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में कचरा संग्रहण करने वाली एस्सेल कंपनी के कर्मचारी छठवें दिन भी काम पर नहीं पहुँचे। कर्मचारियों का कहना है कि उनका दो महीने का वेतन भुगतान जब तक नहीं किया जाता, तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे।

नगर निगम ने कचरा संग्रहण के लिए गाड़ियाँ उतारीं, लेकिन नगर निगम की गाड़ियाँ सभी क्षेत्रों में नहीं पहुँच पाईं। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम ने सोमवार शाम को एस्सेल कंपनी को एक महीने का वेतन भुगतान कर दिया है। इससे मंगलवार से एस्सेल कंपनी के कर्मचारियों के काम पर लौटने की संभावना है।

उल्लेखनीय है कि दो महीने का वेतन भुगतान नहीं होने के कारण डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का काम करने वाली एस्सेल कंपनी के कर्मचारियों ने 3 जुलाई से हड़ताल कर दी थी। इससे लोगों के घरों का कचरा उठना बंद हो गया था।

नगर निगम ने डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए 203 वाहन उतारे, लेकिन अभी तक नगर निगम की कचरा गाड़ी कॉलोनियों तक नहीं पहुँच पाई है।

नगर निगम ने एस्सेल कंपनी से वापस ली 84 कचरा गाड़ियाँ

नगर निगम ने सोमवार को एस्सेल कंपनी से 84 कचरा गाड़ी वापस ले ली है। ये कचरा गाड़ियाँ नगर निगम की ओर से एस्सेल कंपनी को किराए पर दी गई थीं। नगर िनगम प्रशासन का कहना है कि अब निगम की गाड़ियों से ही कचरा उठाया जाएगा।

कांग्रेस पार्षद दल ने चलाया हस्ताक्षर अभियान पोस्टर प्रदर्शनी के जरिए दिखाई हकीकत

शहर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को बहाल करने की माँग को लेकर सोमवार को कांग्रेस पार्षद दल ने हस्ताक्षर अभियान चलाया। इसके साथ ही पोस्टर प्रदर्शनी लगाकर शहर की हकीकत दिखाई। नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने आरोप लगाया है कि पिछले 6 दिन से शहर में कचरा कलेक्शन करने वाले कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है।

अभी तक महापौर और निगमायुक्त ने हड़ताल को समाप्त करने के लिए कर्मचारियों से बातचीत भी नहीं की। व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते कचरा कलेक्शन के ठेके को निरस्त करने की साजिश की जा रही है।

पार्षद अयोध्या तिवारी ने कहा है कि नागरिकों के घरों में कचरे का अंबार लगा हुआ है। इससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियाँ फैलने की संभावना है। इस मौके पर उप नेता प्रतिपक्ष शगुफ्ता उसमानी, संतोष दुबे पंडा, मुकिमा याकूब अंसारी, वकील अंसारी, कलीम खान, राकेश पांडे, अख्तर अंसारी, प्रमोद पटेल और सत्येन्द्र चौबे मौजूद थे।

कंपनी का ठेका निरस्त करने की माँग

अजाक्स और नगर निगम अधिकारी-कर्मचारी संघ ने सोमवार को ज्ञापन सौंपकर एस्सेल कंपनी का ठेका निरस्त करने की माँग की है। अजाक्स के अध्यक्ष अमित मेहरा, अचैया कोरी, गुलशन जबलपुरी, कालूराम सोलंकी और राजेन्द्र पटेल ने कहा है कि एस्सेल कंपनी निरंतर लापरवाही कर रही है। इसलिए ठेका निरस्त किया जाना चाहिए।

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