जबलपुर: कृषि कॉलेज से करौंदा बायपास तक फुटपाथ के दोनाें तरफ जम गए कब्जे
- पैदल चलना हुआ दूभर, कई शिकायतों के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई
- क्षेत्रीय लोगों ने कई बार नगर निगम के साथ थाने में भी शिकायतें कीं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
- कई बार लोगाें ने विरोध किया तो अतिक्रमणकारियों ने विवाद शुरू कर दिया।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जबलपुर-पनागर फोरलेन सड़क बनने के बाद कृषि विवि के साथ आसपास की कई काॅलोनियांे के लोग सालों बाद जर्जर सड़क की परेशानी से उबरे थे। सड़क के दोनों तरफ आकर्षक लाइटिंग के साथ फुटपाथ भी बनाए गए।
लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते इस मार्ग का भी वही हश्र हुआ जो शहर की दूसरी सड़कों का हुआ। इस फोरलेन सड़क के साथ बनाए गए फुटपाथ बनाने का उद्देश्य यह था कि हाईवे से जुड़े होने के कारण भारी वाहनों की आवाजाही से बचकर पैदल चलने वाले सुरक्षित रहें, लेकिन कृषि कॉलेज से करौंदा बायपास तक फुटपाथ के दोनों तरफ अवैध कब्जे जमने लगे।
पहले तो इन फुटपाथों पर अस्थाई तौर पर अतिक्रमण होता था, लेकिन अब कई जगहों पर पक्के निर्माण भी होने लगे हैं। जिसके कारण मॉर्निंग वॉकर्स के साथ दिन में पैदल चलना भी यहाँ दूभर हो गया है।
हैरानी की बात तो यह है कि इस मामले को लेकर क्षेत्रीय लोगों ने कई बार नगर निगम के साथ थाने में भी शिकायतें कीं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आए दिन होते हैं विवाद
फुटपाथ पर कब्जे होने के कारण पैदल चलने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसको लेकर कई बार लोगाें ने विरोध किया तो अतिक्रमणकारियों ने विवाद शुरू कर दिया।
तीन दिन पूर्व एक महिला प्रोफेसर के विरोध करने पर जमकर विवाद हुआ था और मामला थाने तक पहुँच गया था। इसके बावजूद न तो पुलिस, न ही नगर निगम की तरफ से कोई कार्रवाई की गई।