जबलपुर: जबलपुर-दमोह सड़क की डेढ़ साल में डीपीआर तक नहीं बन सकी
- केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने हाईवे घोषित किया
- पर बनाने के लिए अब तक अप्रूवल ही नहीं दिया
- एनएचएआई को एजेंसी तय किया, पर अनुमति नहीं दी
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जबलपुर-दमोह सड़क को डेढ़ साल पहले हाईवे घोषित कर दिया गया। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस स्टेट हाईवे को हाईवे के नाॅर्म्स के अनुसार फोरलेन बनाने एनएचएआई को एजेंसी भी तय कर दिया।
इस शुरुआती प्रक्रिया में दावा किया गया है कि इसको जल्द से जल्द अपग्रेड करने पहले डीपीआर बनाई जाएगी और फिर टेण्डर की प्रक्रिया सहित काम चालू कर दिया जाएगा।
अफसोस कि डेढ़ साल का वक्त बीत गया पर इस मार्ग को लेकर अभी तक कुछ नहीं हो सका है। एनएचएआई का कहना
है कि केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से अभी इस मार्ग का अप्रूवल ही नहीं हो सका है। इसके निर्माण को लेकर डिटेल प्रोजेक्ट बनाने कंसल्टेंट या एजेंसी भी तय नहीं की गई है। राज्य सरकार की ओर से प्रोजेक्ट जरूर दिल्ली भेज दिया गया है।
यह सड़क अभी मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन के पास है और इसे एनएचएआई को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है। अब आगे कहा जा रहा है कि इस मार्ग को अगले साल प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा।
मौजूदा हालत खस्ता है| यह सड़क हाईवे जरूर घोषित कर दी गई है पर यह अभी के दौर में जबलपुर जोन की सबसे घटिया सड़कों में से एक है।
शेष सड़कों के मुकाबले इस सड़क की हालत खराब है। इसमें थिगड़े भी इस तरीके से भरे गये हैं कि चलने में परेशानी पैदा करते हैं।