दोहरा हत्याकांड: चार दिन बीतने के बाद भी नहीं लगा आरोपियों का कोई सुराग
- नाबालिग बेटी को पिपरिया भेजने की थी तैयारी
- आरोपियाें को पकड़ने के लिए पुलिस की आधा दर्जन से अधिक टीमों को लगाया गया है
- पुणे के रेस्टाॅरेंट में उसी मोबाइल की मदद से ऑनलाइन पेमेंट किया गया था।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित मिलेनियम काॅलोनी में रेलवे अधिकारी राजकुमार विश्वकर्मा व उनके 9 वर्षीय पुत्र तनिष्क की हत्या के आरोपी घटना के 4 दिन बीतने के बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
इस मामले में पुलिस द्वारा मृतक के परिजनों व करीबियों से पूछताछ की गई जिसमें यह बात उजागर हुई कि मृतक राजकुमार अपनी नाबालिग बेटी व मुकुल के संबंधों से परेशान होकर 17 मार्च को बेटी को अपने पैतृक गाँव पिपरिया भेजना चाहते थे और इसकी पूरी तैयारी कर ली थी।
इस बात की जानकारी लगने पर मुकुल ने योजना बनाकर राजकुमार को रास्ते से हटाने के लिए उनकी हत्या कर दी।
ज्ञात हो कि शुक्रवार को रेलवे अधिकारी राजकुमार व उनके बेटे का शव बरामद किया गया था। दोनों की हत्या करने के बाद आरोपी मुकुल मृतक की बेटी को लेकर भाग गया था। जाँच के दौरान दोनों सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे, उस आधार पर पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
आरोपियाें को पकड़ने के लिए पुलिस की आधा दर्जन से अधिक टीमों को लगाया गया है लेकिन अभी तक दोनों का कोई सुराग नहीं लग सका। मुकुल की लोकेशन पुणे में होने की जानकारी लगने पर सोमवार को एक टीम रवाना की गयी थी, लेकिन वहाँ भी दोनों का कुछ पता नहीं चल सका।
आरोपी का पिता अस्पताल में भर्ती
जानकारी के अनुसार दोहरे हत्याकांड के बाद पुलिस ने मिलेनियम काॅलोनी निवासी आरोपी मुकुल के घर की तलाशी ली थी, उस दौरान उसके भाई को अभिरक्षा में लिया था। वहीं पिता जो कि रेलवे में अधिकारी हैं कहीं चले गए थे।
सोमवार को उन्हे हार्ट की समस्या बताकर रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं घटना के बाद कर्मचारियों ने आक्रोश जताते हुए उनके सरकारी आवास को खाली कराए जाने की माँग की है। इस मामले में जल्द ही आवास खाली कराने हेतु नोटिस जारी होने की बात कही जा रही है।
रेस्टाॅरेंट में पेमेंट के बाद मोबाइल बंद
जानकारी के अनुसार वारदात के बाद आरोपी मुकुल के साथ भागी मृतक की 16 वर्षीय बेटी अपनी माँ का मोबाइल अपने साथ ले गयी थी। पुणे के रेस्टाॅरेंट में उसी मोबाइल की मदद से ऑनलाइन पेमेंट किया गया था। इसके तत्काल बाद मोबाइल बंद हो गया था।