जबलपुर: तीसरे दिन भी काम पर नहीं पहुँचे कर्मचारी, कई क्षेत्रों से नहीं उठा कचरा

  • हड़ताल कर रहे कर्मियों के वेतन भुगतान को लेकर नहीं हो पाया निर्णय
  • नगर निगम ने उतारीं कचरा गाड़ियाँ लेकिन नहीं मिल सकी पूरी राहत
  • एस्सेल कंपनी को फिर नोटिस, ठेका टर्मिनेट करने की चेतावनी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-06 08:43 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में लगातार तीसरे दिन कचरा गाड़ी चलाने वाले कर्मचारी काम पर नहीं पहुँचे। नगर निगम ने कचरा उठाने के लिए 203 गाड़ियाँ उतारी हैं, इससे मुख्य सड़कों का तो कचरा उठ रहा है, लेकिन कॉलोनियों में कचरा गाड़ी नहीं पहुँच पा रही है।

इससे दिन-ब-दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। हड़ताल कर रहे कर्मियों के वेतन भुगतान को लेकर नगर निगम ने अभी तक निर्णय नहीं लिया है। इसको लेकर गतिरोध बना हुआ है।

दो महीने के वेतन भुगतान को लेकर बुधवार को एस्सल कंपनी के कचरा गाड़ियों के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। नगर निगम के अधिकारियों ने एस्सल कंपनी के कर्मचारियों से बातचीत नहीं की। गुरुवार को कर्मचारियों को सोमवार तक वेतन भुगतान का आश्वासन दिया गया।

गुरुवार शाम को कुछ कर्मचारी काम पर वापस आ गए। इससे लगा कि हड़ताल समाप्त हो जाएगी, लेकिन एस्सल कंपनी के कर्मचारी शुक्रवार को भी काम पर नहीं पहुँचे।

नगर निगम ने शुक्रवार को फिर से एस्सेल कंपनी को नोटिस जारी किया है। इसके पूर्व बुधवार को भी नोटिस जारी किया जा चुका है। कंपनी को चेतावनी दी है कि अनावश्यक रूप से सफाई व्यवस्था को बाधित किया जाएगा तो उनका ठेका टर्मिनेट कर दिया जाएगा। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू और निगमायुक्त प्रीति यादव ने कहा कि शहर में कचरा उठाने के लिए 203 कचरा गाड़ियों से 450 ट्रिप कचरा उठाया गया।

कॉलोनियों में नहीं उठ पा रहा कचरा

नगर निगम की ओर से घरों से कचरा उठाने के लिए 203 कचरा गाड़ियों चलाई जा रही हैं। नगर निगम की कचरा गाड़ियाँ मुख्य सड़कों से तो कचरा उठा रही हैं, लेकिन कॉलोनियों में नहीं पहुँच पा रही हैं। कचरा गाड़ियों के पास रूट चार्ट तक नहीं है।

इसके कारण हालत बिगड़ते जा रहे हैं। कचरा उठाने के लिए कॉलोनियों में रहने वाले लोग नगर निगम के अधिकारियों को फोन लगा रहे हैं, लेकिन अधिकारी फोन तक नहीं उठा रहे हैं।

कांग्रेस पार्षद आज करेंगे महापौर का पुतला दहन

कांग्रेस पार्षदों ने कहा है कि तीन दिन से शहर में कचरा नहीं उठ पा रहा है, इसके कारण शहर के नागरिक परेशान हैं। नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा, उप-नेता प्रतिपक्ष शगुफ्ता उसमानी और सचेतक अयोध्या तिवारी ने आरोप लगाया है कि हड़ताल को तीन दिन बीत गए हैं, लेकिन महापौर ने अभी तक हड़ताली कर्मियों से बातचीत नहीं की है।

महापौर जनता के प्रति जवाबदेही से बच रहे हैं। इसको लेकर शनिवार को दोपहर 12 से 2 बजे तक शहर के 16 जोनों में महापौर का पुतला दहन किया जाएगा।

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