परेशानी: जून माह में आ गए साल भर के बराबर बिजली बिल

  • कुछ जगहों पर स्मार्ट मीटरों के चलते दिक्कतों में फँसे लोग
  • जून माह के बिल में सुरक्षा निधि और पाॅवर परचेस एडजस्टमेंट सरचार्ज भी जुड़ा हुआ है
  • बिजली बिल से संबंधित शिकायतें भी लोगों द्वारा बिजली कंपनी को की गई हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-09 08:44 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के उपभोक्ताओं को इस साल गर्मी बहुत भारी पड़ रही है। इस साल लोगों को जून माह के बिजली बिलों ने परेशान कर दिया है। कई लोगों के जून माह के बिजली बिल तो करीब-करीब पूरे साल के बिल के बराबर आ गए हैं।

बिजली बिल से संबंधित शिकायतें भी लोगों द्वारा बिजली कंपनी को की गई हैं लेकिन उपभोक्ताओं की सुनवाई नहीं हो पा रही है, इसके चलते लोग परेशान हो रहे हैं। उधर दूसरी ओर बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि चूंकि जून माह में साल में सबसे अधिक बिजली का उपयोग किया जाता है और इस माह से सुरक्षा निधि की राशि भी जमा कराई जाती है

इसके कारण लोगों के बिजली बिल बढ़कर आते हैं। जून माह के बिल में सुरक्षा निधि और पाॅवर परचेस एडजस्टमेंट सरचार्ज भी जुड़ा हुआ है जिस वजह से बिल की रकम बढ़ी हुई है।

जानकारी के अनुसार रानीताल चौक निवासी गिरवर प्रसाद विश्वकर्मा आईवीआरएस नंबर 1879008225 का बिजली बिल जून माह में 2581 रुपए आया है, जबकि उनका कहना है कि हर माह औसत रूप में करीब दो सौ से ढाई सौ रुपए ही बिल आता है।

इसी तरह फूटाताल निवासी रामरती बाई का आईवीआरएस नंबर 1814004502 का बिल भी जून में 1589 रुपए आया है, जबकि हर माह सौ-डेढ़ सौ रुपए ही बिल आता है। बढ़ा बिल देखकर लोग हैरान हैं।

अमखेरा निवासी मधुर कुमार के घर का 3500 रुपये बिल पहुँचा। औसत उनके घर 600 से 700 रुपये बिल आता था। राँझी निवासी कमल कुमार के घर का 4500 रुपये का बिल आया है। ऐसे सैकड़ों उपभोक्ता हैं जो बिल देखकर परेशान हैं।

स्मार्ट मीटर लगने के बाद बढ़कर आ रहे बिल

कई उपभोक्ताओं के बिल बढ़कर आए हैं उनका कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिजली का मासिक बिल बढ़कर आ रहा है। इस मामले में उपभोक्ता बढ़े बिल के लिए स्मार्ट मीटर को वजह बता रहे हैं, हालांकि बिजली कंपनी का दावा है कि स्मार्ट मीटर निर्धारित लोड के आधार पर ही खपत दर्शाता है।

हर साल जून महीने का जुलाई में जमा होने वाला बिल अधिकतम होता है। इस बार करीब 24 परसेंट बिजली की खपत बढ़ी है। साथ ही साल में 3 महीने में जमा किए जाने वाली अतिरिक्त सुरक्षा निधि की राशि भी जुलाई महीने से ली जाती है इसके कारण उपभोक्ताओं के बिल दूसरे माह की अपेक्षा अधिक हो सकते हैं।

- संजय अरोरा, अधीक्षण यंत्री सिटी सर्किल जबलपुर

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