जबलपुर: वकीलों से विवाद के बाद पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष सस्पेंड
- एसडीएम ने पुराने ऑडियो को भी बनाया आधार, पटवारी मिले कलेक्टर से
- 13 मार्च को सीमांकन प्रकरण में न्यायालय के आदेश की जानकारी माँगी
- कलेक्टर ने कहा कि शीघ्र ही पटवारियों के लिए पॉलिसी बनाई जाएगी।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। अधारताल तहसील में एक सीमांकन के मामले को लेकर सोमवार को वकीलों और पटवारियों के बीच कहा सुनी हो गई थी। इस मामले में वकीलों ने आरोप लगाए थे कि पटवारियों ने उनके और पक्षकारों के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की थी।
मामला कलेक्टर के संज्ञान में आया और वरिष्ठ वकीलों ने भी हस्तक्षेप करते हुए कार्रवाई की माँग की। वहीं दूसरी ओर पटवारियों ने भी अपने साथी को बचाने की कवायद की लेकिन वे इसमें सफल नहीं हुए और पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष जागेन्द्र पीपरी को एसडीएम शिवाली सिंह ने सस्पेंड कर दिया।
अधारताल तहसील में सोमवार को जमकर विवाद हुआ था, जिसके बाद एसडीएम को सौंपी गई शिकायत में वकीलों ने बताया था कि आवेदक हरीश कुमार साहू ने अपने वकील के माध्यम से 13 मार्च को सीमांकन प्रकरण में न्यायालय के आदेश की जानकारी माँगी, तो पटवारी जागेन्द्र पीपरी द्वारा 50 हजार रुपए माँगे गए।
जब उक्त राशि माँगने की शिकायत करने की बात कही गई तो गाली-गलौज करने लगे। वहीं पटवारी तथा अन्य राजस्व कर्मचारियों ने कहा था कि वकील दबाव बनाने ऐसे आरोप लगाते हैं। इसके बाद वकीलों की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने कलेक्टर से मिलकर कार्रवाई की माँग की थी।
जिसे देखते हुए एसडीएम ने पटवारी जागेन्द्र पीपरी को सस्पेंड कर दिया। निलम्बन की अवधि में उनका मुख्यालय अधारताल ही रहेगा।
पटवारियों ने कलेक्टर को बताई अपनी समस्याएं
शुक्रवार को पटवारियों तथा अन्य राजस्व कर्मचारियों ने कलेक्टर दीपक सक्सेना से मुलाकात की। उन्हें बताया गया कि तहसीलों में पटवारियों के पास बहुत काम होता है। कई योजनाओें में उन्हें लगा दिया जाता है जिससे वे मूल कार्य पर ध्यान नहीं दे पाते। इस पर कलेक्टर ने कहा कि शीघ्र ही पटवारियों के लिए पॉलिसी बनाई जाएगी।