पनागर के निभौरा में घटना: समाज से बहिष्कृत किए जाने से व्यथित प्रौढ़ ने खाया जहर, मौत
- गैर जातीय महिला से पुत्र का था प्रेम प्रसंग
- पुलिस के अनुसार मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है।
- पुलिस से शिकायत की तो इसका अंजाम पूरे परिवार को भुगतना पड़ेगा।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पनागर थाना क्षेत्र के ग्राम निभौरा में रहने वाले एक युवक के गैर जातीय महिला से प्रेम संबंध होने की जानकारी लगने पर उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर फिर से समाज में शामिल होने के लिए 4 लाख की माँग की जा रही थी।
समाज से बाहर किए जाने से व्यथित युवक के पिता ने गुरुवार को जहर खाकर जान दे दी। सूचना मिलने पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेजा। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसकी जाँच की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम निभौरा निवासी राजकुमार पटैल उम्र 55 वर्ष का बेटा राजेश मजदूरी करता है। मजदूरी करने के लिए उसका अलग-अलग शहरों में आना जाना होता था, जिसके चलते उसके एक आदिवासी महिला से प्रेम संबंध हो गए।
इस बात की जानकारी लगने पर उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया, जिसके बाद उसका बेटा कश्मीर चला गया। उधर समाज के ठेकेदारों के निर्णय व धमकियों से तंग आकर राजकुमार ने गुरुवार को जहर का सेवन कर लिया। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जाता, उससे पहले ही उसकी मौत हो गयी।
सुसाइड नोट में किया जिक्र
पुलिस के अनुसार मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। परिजनों का दावा है कि सुसाइड नोट मृतक द्वारा मृत्यु पूर्व लिखा गया है। पनागर टीआई के नाम लिखे सुसाइड नोट में राजवती गोंड, फूल सिंह लोधी, गोवर्धन लोधी, शिव नाथ और चाटू साहू के नाम का जिक्र किया गया है।
टीआई अजय सिंह का कहना है कि मृतक की पत्नी कुसुम बाई का कहना है कि उसके पति पढ़ना-लिखना नहीं जानते थे, जिससे सुसाइड नोट पर संदेह नजर आ रहा है।
परिजनों को मिल रही थी धमकी
पुलिस के समक्ष दिए बयान में मृतक के भांजे गुड्डू पटैल ने बताया कि राजेश अपने परिवार से अलग रहता था। करीब एक माह पूर्व कुछ लोग मृतक राजकुमार के घर पहुँचे थे और उसके परिवार को समाज से अलग करने की बात की थी।
उन लोगों द्वारा धमकी दी गयी थी कि अगर पुलिस से शिकायत की तो इसका अंजाम पूरे परिवार को भुगतना पड़ेगा।